सपा नेता इमरान मसूद ने कहा कि गाजरों के चोरों को जूती की सजा दी जाती है, फांसी की नहीं। उन्होंने बुलडोजर की कार्रवाई को सही नहीं बताया। कहा कि नेताओं और उलेमा को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
इमरान मसूद ने सोमवार ( 13 जून, 2022) को सहारनुपर के एसएसपी आकाश तोमर से मिलकर निर्दोषों के खिलाफ कार्रवाई न करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसी भी बेकसूर को जेल नहीं भेजा जाना चाहिए। जो कसूरवार हैं उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जिसका जिनता कसूर है, उसको उतनी सजा मिलनी चाहिए।
मीडिया से बात करते हुए इमरान मसूद ने कहा कि जुमे वाले दिन सहारनपुर में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। हम उसकी निंदा करते करते हैं। उन्होंने कहा कि हमने कप्तान साहब से निवेदन किया है कि गाजरों के चोर को जूती की सजा मिलती है, फांसी की नहीं। जिसका जितना जुर्म है, उसको उतनी सजा मिल जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने काफी गिरफ्तारी भी कर लीं। संगीन धाराओं के अंदर मुकदमे लिखकर जेल भी भेज दिया।
मसूद ने कहा कि एक जो बार-बार सुनने में आ रहा था कि एनएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर मैंने एसएसपी से निवेदन किया है कि ये इस तरह की कार्रवाई से कम से कम न्याय तो नहीं मिलेगा। बहुत सीधी मिसाल है कि गाजरों के चोर को जूती की सजा मिल जाए। जिसने जितनी सजा की हो, उसको उतनी सजा मिल जाए।
सपा नेता ने कहा कि कुछ हमारी भी जिम्मेदारी है, उसका पालन हम लोगों को भी करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चाहे उलेमा हों या फिर राजनीतिक लोग हों। हम लोग इस जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते। उन्होंने कहा कि हम लोग इस पर बात भी करेंगे कि जुमा की नवाज के बाद ये प्रदर्शन किसी भी कीमत पर जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर हमें कोई प्रदर्शन करना है तो उसकी तारीख और समय तय करना पड़ेगा, लेकिन मस्जिद से निकलकर प्रदर्शन होगा, यह किसी भी सूरत में जायज नहीं है। मसूद ने कहा कि अपने शहर को बचाने के लिए अगर जान भी देनी पड़ेगी तो हम जान भी देंगे। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों में से नहीं हैं कि जिम्मेदारी से भाग करके मुंह छिपाऊंगा।
मसूद ने कहा कि यह जो प्रदेश के अंदर बुलडोजर की कार्रवाई हो रही है। ये पूरे न्याय सिस्टम को दूषित करने का काम कर रही है। ये पूरी न्याय प्रक्रिया को ध्वस्त करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में पूरा मकान ही गिरा दिया। क्या हमें बोलने की भी आजादी नहीं होगी। मैं बोल रहा हूं तो कल को मेरे घर पर भी बुलडोजर चल सकता है। हम डरने वाले नहीं हैं, कल बुलडोजर चलाना हो, आज चला दें, लेकिन जिंदगी में कभी डरूंगा नहीं।
बता दें, जुमे की नमाज के बाद सहारनपुर में प्रदर्शन और बवाल हुआ था। जिसमें अभी तक 84 से ज्यादा बलवाइयों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। 18 ऐसे युवाओं को गिरफ्तार किया गया है जो सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट कर रहे थे। इनमें 12 युवक हिंदू और छह युवक मुस्लिम समुदाय से हैं।मीडिया फुटेज और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस उपद्रवियों को चिन्हित कर रासुका के तहत कार्रवाई कर रही है। वहीं दो उपद्रवियों के मकानों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है।