दिल्ली भाजपा प्रवक्ता तजिंदर बग्गा ने रविवार को सबरीमाला मंदिर के मुद्दे पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने जिस तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीक के तौर पर किया, उसे लेकर विवाद हो गया है। दरअसल यह तस्वीर एक आरएसएस कार्यकर्ता की है, जिसे ‘मंचित तस्वीर’ बताया जा रहा है और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड करने के लिए उस आरएसएस कार्यकर्ता को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। हालांकि तस्वीर पर विवाद होता देख पार्टी ने बग्गा के इस कार्यक्रम से कन्नी काट ली है और इसे उनकी निजी समझ बताया है। बता दें कि केरल के मशहूर सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के जाने पर लगी पाबंदी सुप्रीम कोर्ट ने हटा दी है। जिसके खिलाफ लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा ने भी लोगों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए #Save Sabarimala Temple नामक कार्यक्रम का आयोजन किया।

ये कार्यक्रम जहां हुआ, वहां एक बड़ी सी तस्वीर लगी हुई थी। इस तस्वीर में दिखाई दे रहा है कि एक व्यक्ति जिसके हाथ में भगवान अयप्पा की तस्वीर है उस व्यक्ति को कोई दूसरा व्यक्ति सीने पर लात मारता दिखाई दे रहा है। तस्वीर देखकर लात मारने वाला व्यक्ति संभवतः कोई पुलिसकर्मी लग रहा है। कार्यक्रम के दौरान इस तस्वीर वाले स्टीकर भी बांटे गए। इस तस्वीर वाले पोस्टर पर लिखा हुआ था कि ‘100 करोड़ हिंदुओं की आस्था पर प्रहार बंद करो।’ #Save Sabarimala

बता दें कि तस्वीर में दिखाई दे रहा व्यक्ति आरएसएस कार्यकर्ता राजेश आर.करुप है, जिसे बीते 5 नवंबर को केरल के अलपुझा जिले से गिरफ्तार किया गया था। राजेश आर.करुप पर आरोप है कि उसने झूठी तस्वीर बनवाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद केरल पुलिस ने राजेश आर.करुप को गिरफ्तार कर लिया था। राजेश के खिलाफ पुलिस ने केरल पुलिस एक्ट के तहत आईपीसी की धारा 153 (विभिन्न समुदायों के बीच जाति, धर्म, भाषा आदि के आधार पर दुश्मनी बढ़ाने के लिए), धारा 500 (मानहानि के दंड के लिए) और धारा 118 (पब्लिक ऑर्डर को गहरी क्षति पहुंचाने के लिए) धारा 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि तजिंदर बग्गा का कहना है कि यह तस्वीर एक डॉक्युमेंट्री में दिखाई गई थी और केरल में श्रद्धालुओं पर काफी कड़े अत्याचार किए जा रहे हैं।