हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) के प्रभारी कुलपति विपिन श्रीवास्तव को बुधवार को तब आंदोलनरत छात्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ा जब वह दलित शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या पर गतिरोध खत्म करने के लिए बात करने विरोधस्थल पर पहुंचे। श्रीवास्तव कुछ मिनटों तक प्रदर्शन स्थल पर खड़े रहे वहीं छात्रों ने ‘वापस जाओ’ का नारा लगाते हुए उन्हें लौट जाने को कहा। फिर वह कुछ मिनट के बाद वहां से चले गए। जब वह जाने वाले थे तो उस समय कोई उनकी कार को पीटने लगा।

श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमारी लगातार आलोचना की जा रही है कि कोई कोशिश नहीं कर रहा है। तथ्य है कि पुलिस मुझे रोक रही है। वे हमें, प्रोफेसर अप्पा राव पोडिले (छुट्टी पर गए वीसी) के साथ ही मुझे रोक रहे हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे कानून और व्यवस्था की स्थिति पर असर पड़ सकता है’।

उन्होंने कहा कि रोहित की आत्महत्या पर बड़ी संख्या में छात्रों ने बुधवार सुबह उनके आवास का घेराव किया। उस समय वह गैरशिक्षण कर्मचारियों के साथ बैठक करने में व्यस्त थे। उन्होंने पुलिस को मनाया कि उन्हें प्रदर्शन कर रहे छात्रों से संवाद के लिए जाने दिया जाए।

श्रीवास्तव ने कहा, ‘मैंने एक बार पुलिस से कहा कि देखिए कि क्या हो रहा है और वे उपद्रवी नहीं हैं। मैं वहां जाना चाहता था और उनसे बात करने वाला था और फिर उन्होंने मुझे इजाजत दे दी और मैं अपने सहयोगियों के साथ गया…हम दोनों वहां थे। मुझे लगता है कि आप भी वहां थे आप देख सकते हैं कि क्या हुआ’।

उन्होंने कहा कि वह लंबे समय तक प्रदर्शन स्थल पर रह सकते थे लेकिन लगा कि इसका कोई मतलब नहीं है। प्रभारी वीसी ने कहा, ‘मैं लंबे समय तक रह सकता था। लेकिन मुझे कोई कारण नहीं दिखा क्योंकि वे बात करने के इच्छुक नहीं थे। मैंने सोचा था कि वे चाहते हैं कि कोई आए और उनसे बात करे। इसलिए मैं गया था …कोई संभावना नहीं है’।
विरोध कर रहे छात्रों के एक प्रतिनिधि डिकेन्स ने बताया कि वे श्रीवास्तव को विश्वविद्यालय में कथित गलत चीजों के लिए बराबर का दोषी मानते हैं और वे मांग कर रहे हैं कि उन्हें वीसी के पद से हटना चाहिए।

छह अनशनकारी अस्पताल में: अनशन पर बैठे सात में से छह छात्रों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी रविंद्र कुमार ने दी।

एससी-एसटी शिक्षक फोरम आज अनशन पर: एससी-एसटी शिक्षक फोरम ने कहा कि रोहित की आत्महत्या की घटना के विरोध में और कुलपति व संस्थान के अंतरिम प्रमुख के इस्तीफे की मांग को लेकर वे गुरुवार को अनशन करेंगे।