Tej Pratap Yadav Bihar Politics: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने उन्हें लेकर चल रही तमाम चर्चाओं के बीच सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी किया है। तेज प्रताप यादव ने रविवार सुबह अपने X हैंडल पर कहा है कि उनकी सारी दुनिया मम्मी-पापा में समाई हुई है।

तेजप्रताप ने लिखा, “मेरे प्यारे मम्मी पापा…मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप है तो सबकुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और। पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस मम्मी पापा आप दोनों स्वस्थ और खुश रहे हमेशा।”

अनुष्का यादव के साथ तस्वीर वायरल

हाल ही में तेज प्रताप यादव की कुछ तस्वीरें वायरल हुई और इसके बाद वह बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बन गए। लालू प्रसाद ने तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। तेज प्रताप यादव बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अब सियासी मुश्किलों से बाहर निकलने के तरीके तलाश रहे हैं। बिहार में 6 महीने के भीतर विधानसभा के चुनाव होने हैं। 

अब सवाल इस बात का है कि तेज प्रताप यादव ने आखिर किस पर निशाना साधा है? उन्होंने अपने पिता लालू प्रसाद यादव और मां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को भगवान से बढ़कर बताया है लेकिन उन्होंने यह भी कहा है कि उनके साथ पार्टी में राजनीति हुई है। तेज प्रताप ने कहा है कि अगर लालू प्रसाद यादव नहीं होते तो ना यह पार्टी होती और ना उनके साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग।

तेजस्वी के सलाहकार संजय हैं निशाने पर?

यहां याद दिलाना जरूरी होगा कि अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव से तेज प्रताप परेशान रहे हैं। संजय यादव आरजेडी की ओर से राज्यसभा के सांसद भी हैं और तेजस्वी के बेहद करीबी हैं लेकिन तेज प्रताप यादव उन पर हमलावर रहे हैं। संजय यादव मूल रूप से हरियाणा के हैं।

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तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया था कि उनके गार्ड को संजय यादव धमका चुके हैं और संजय यादव सोशल मीडिया पर उन्हें गालियां दिलवाने का काम करते हैं। तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया था कि संजय यादव उन दोनों भाइयों को लड़ाना चाहते हैं। उन्होंने संजय यादव को तेजस्वी के सलाहकार के पद से हटाने की भी मांग की थी।

बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तेज प्रताप यादव को पार्टी से बाहर किए जाने का असर क्या चुनाव पर भी हो सकता है? आरजेडी ने कोशिश की है कि यह विवाद और ज्यादा ना बढ़े और उसने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर करके खुद को अलग करने की कोशिश की है लेकिन बिहार की राजनीति में इसे लेकर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

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