मथुरा में हुए फसाद जिस स्वाधीन भारत सुभाष सेना के चलते हुआ। उसका मुखिया राम वृक्ष यादव था और उसने ही इस सेना का गठन किया। राम वृक्ष गाजीपुर जिले के रायपुर बाघपुर गांव का रहने वाला है। गुरुवार को जवाहर बाग पर पुलिस कार्रवाई के बाद से वह फरार है। उसके साथ उसका साथी चंदन बोस जो कि बिहार का रहने वाला है, वह भी फरार है।
राम वृक्ष यादव जय गुरुदेव के साथ जुड़ा हुआ था। जय गुरुदेव ने 1980 में अहमदाबाद में जब दूरदर्शी पार्टी बनाई थी तब वह उसमें शामिल हुआ था। इस पार्टी से उसने गाजीपुर से 20 साल पहले लोकसभा और विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि 2012 में जय गुरुदेव ने राम वृक्ष यादव से नाता तोड़ लिया था। बताया जाता है कि जय गुरुदेव को राम वृक्ष और छह अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत मिली थी। इसके बाद उन्होंने राम वृक्ष को जूट के कपड़े पहनने से मना कर दिया था।
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राम वृक्ष यादव ने दो साल पहले अपना गांव छोड़ दिया था। उसका घर अब टूटफूट चुका है। उसकी पत्नी और शादीशुदा बेटा भी साथ ही रहता है। उसे जानने वाले लोग कहते हैं कि राम वृक्ष को अपने फैसलों में दखलअंदाजी पसंद नहीं है। 2012 में जय गुरुदेव की मौत के बाद राम वृक्ष का उत्तराधिकार को लेकर पंकज यादव और उमाकांत तिवारी से झगड़ा हो गया था। पंकज यादव को गुरुदेव ट्रस्ट का नया मुखिया बनाए जाने के बाद उसे जय गुरुदेव आश्रम पर हमला भी कर दिया था।
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