केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव के संकेत दिए हैं। उन्होंने मंगलवार (24 सितंबर) को अपने बेटे चिराग पासवान को पार्टी की बिहार यूनिट का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया। यह भी माना जा रहा है कि चिराग पासवान जल्द ही अपने पिता राम विलास पासवान को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से भी रिप्लेस कर सकते हैं।
राम विलास पासवान ने पत्रकारों को बताया, ‘‘पार्टी अपने स्थापना दिवस यानी कि 28 नवंबर को शीर्ष नेतृत्व के बारे में चर्चा करेगी। यह जरूरी है कि पार्टी को चलाने के लिए नई पीढ़ी आगे आए।’’ बता दें कि चिराग पासवान राम विलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस को रिप्लेस करेंगे। पशुपति इस वक्त पार्टी की स्टेट यूनिट के कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
गौरतलब है कि पशुपति को दलित सेना का अध्यक्ष बनाया गया है, जो एलजेपी की एक विंग है। पशुपति से पहले राम विलास पासवान के दूसरे भाई राम चंद्र पासवान दलित सेना के अध्यक्ष थे। कुछ दिन पहले राम चंद्र की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, चिराग पासवान (35) बिहार की जमुई सीट से लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं। उन्हें पार्टी में अपने पिता के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता है।
बता दें कि एलजेपी को बिहार में दलितों का समर्थन मिलता है। यह बीजेपी की सहयोगी पार्टी है और इसके 5 सदस्य लोकसभा में हैं। फिलहाल एनडीए ने बिहार की समस्तीपुर सीट से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। इस सीट का प्रतिनिधित्व राम चंद्र पासवान करते थे। माना जा रहा है कि उनके बेटे प्रिंस राज 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में उतर सकते हैं।