जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संवैधानिक प्रावधान को वापस लेने की केंद्र की किसी भी योजना से जुड़े सवाल का सीधा उत्तर देने से बचते हुए भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव ने 31 जुलाई (बुधवार) को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार राज्य के हित में उचित समय आने पर आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने राज्य में अतिरिक्त बलों की तैनाती को अमरनाथ यात्रा और चुनाव के लिए उठाया गया कदम बताया।

माधव बोले- पीएम जो करेंगे राज्य के हित में करेंगे: राम माधव ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘इस पर (संविधान के अनुच्छेद 35-ए को निरस्त करने के बारे में) भाजपा का रुख बेहद स्पष्ट है और पार्टी कोई निर्णय नहीं करने जा रही है। यह निर्णय प्रधानमंत्री और उनकी सरकार करेगी। लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि जो भी निर्णय वे करेंगे वह राज्य के हित में होगा।’’

कश्मीर में डर का माहौल पैदा करने का आरोपः उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के राजनीतिक दल अपनी राजनैतिक जमीन बचाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों के आने-जाने को अन्य मुद्दों से जोड़ कर कश्मीर में डर का माहौल पैदा कर रहे हैं। माधव ने कहा, ‘‘स्थानीय राजनीतिक दलों के नेता अपने राजनीतिक हितों के लिए भय का माहौल पैदा कर रहे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से कश्मीर में बलों का आना-जाना लगा हुआ है और यह एक निरंतर प्रक्रिया है।’ उन्होंने कहा, ‘अतिरिक्त बल अमरनाथ यात्रा और चुनावों के लिए लगाए गए हैं क्योंकि यहां पंचायत के लिये प्रखंड स्तर पर चुनाव होने जा रहे हैं। लेकिन, व्यक्तिगत हितों के लिए बलों के आने-जाने को अन्य मुद्दों के साथ जोड़ा जा रहा है।’’ संविधान का अनुच्छेद 35-ए राज्य को प्रदेश के स्थायी निवासियों को परिभाषित करने की शक्ति प्रदान करता है। इसे लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है।