देश में पुलिस थानों कि व्यवस्था और रख रखाव को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं। पुलिस थाने, जाने का यूं तो किसी का मन नहीं होता लेकिन मजबूरन अगर किसी कारण से पुलिस स्टेशन जाना पड़ा जाए तो वहां कि व्यव्सथा और पुलिस के बर्ताव से लोग अक्सर नाराज दिखते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबितक गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कुछ ऐसे पुलिस थाने सामने आए हैं जो इन बातों के संदर्भ में अपवाद हैं। दरअसल, गृह मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में देशभर के 15,666 थानों के बारे में मिले फीडबैक के आधार पर थानों की रैंकिंग जारी की है। इस लिस्ट में राजस्थान के बीकानेर के कालू पुलिस स्टेशन को पहली रैंकिंग हासिल हुई। यह पुलिस स्टेशन कई बुनियादी सुविधाओं से लैस है।
इस थाने में बैडमिंटन कोर्ट, महिलाओं के लिए अलग हेल्प डेस्क और आने वाले फरियादियों या उनके साथ आने वाले अभिभावकों के बैठने के लिए भी बेहतर व्यव्स्था है। इतना ही नहीं इस थाने में आठ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। यह पुलिस स्टेशन पूरी तरह से डिजिटल है और यहां ऑनलाइन एफआईआर के साथ-साथ चार्जशीट ऑनलाइन अपडेट की सुविधा भी मौजूद है। यहां के पुलिसकर्मी बताते हैं कि अगर फरियादी काफी दूर से आता है तो उसे चाय नाश्ता भी उपलब्ध कराया जाता है।
पश्चिम बंगाल का यह थाना तीसरे नंबर पर: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिलेका फरक्का पुलिस स्टेशन इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। इस थाने की खासियत यह है कि यह थाना पूरी तरह से वातानूकुलित है और यहां खेल का मैदान है , जिम है और यह आम लोगों के लिए भी खुला रहता है। इतना ही नहीं पुलिस ने बच्चों के लिए कंप्यूटर कोचिंग की सुविधा भी शुरू की है। गौरतलब है कि अपराधों पर रोकथाम, कम्यूनिटी पुलिसिंग, जांच, मामलों का निपटारा, और कानून-व्यवस्था के आधार पर यह रैंकिंग तय की गई है।