राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की जांच रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू करार दे दिए जाने से हड़कंप मच गया। इस रिपोर्ट के बाद सिंह को विशेष विमान से रविवार रात को ही दिल्ली के अपोलो अस्पताल ले जाया गया। अपोलो अस्पताल ने राज्यपाल की जांच करने के बाद स्वाइन फ्लू नहीं होना पाया। इस गफलत को लेकर राज्यपाल कल्याण सिंह ने गहरी नाराजगी जताते हुए सरकार से इसकी उच्चस्तरीय जांच कराने को कहा है। राज्यपाल कल्याण सिंह की रविवार को तबीयत खराब हो गई। सर्दी-जुकाम आदि की शिकायत पर प्रदेश के सबसे बडेÞ एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने राज्यपाल सिंह की स्वास्थ संबंधी जांच कर उनके खून की जांच भी की।
राज्यपाल के रक्त जांच की रिपोर्ट रविवार शाम को अस्पताल ने दी और उन्हें स्वाइन फ्लू होना बता दिया। इसके बाद रविवार रात को ही राज्यपाल को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने उनकी जांच की तो उसमे स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट निगेटिव आई। इससे ही प्रदेश के चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया है। राज्यपाल सिंह ने भी अस्पताल की इस गड़बड़ी पर गहरी नाराजगी जताई। राजभवन का कहना है कि सरकार को ऐसी परिस्थितियों की उच्च स्तरीय जांच कराने को कहा गया है। राज्यपाल की जांच में ही गफलत को लेकर अब चिकित्सा महकमा अपनी गलती एक दूसरे डॉक्टरों पर टालने में लग गया है।
राजभवन का कहना है कि राज्यपाल को सिर्फ मामूली सर्दी-जुकाम की शिकायत थी। अपोलो अस्पताल ने उन्हें अब छुटटी दे दी है। राज्यपाल की जांच रिपोर्ट ने ही अब सरकार के चिकित्सा महकमे की कार्यप्रणाली की पोल खोल कर रख दी है। स्वाइन फ्लू की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार बड़े-बडडे दावे कर रही है पर वीवीआइपी की जांच रिपोर्ट गलत बनाने से उसकी कलई खुल गई है। राजस्थान में पिछले कुछ समय से स्वाइन फ्लू ने कहर बरपा रखा है और बीमारी के चलते सैकड़ों मौत हो चुकी है। इसे चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ भी विधानसभा में स्वीकार कर चुके है।
प्रदेश में कई विधायकों और आला अफसरों को भी स्वाइन फ्लू अपनी चपेट में ले चुका है। राज्यपाल को रविवार को यहां एसएमएस अस्पताल के स्वाइन फ्लू पॉजिटिव बताने के बाद चिकित्सा महकमे की टीम फौरन ही राजभवन पहुंच गई और वहां के लोगों की स्क्रीनिंग के लिए चिकित्सा विभाग की टीमें पहुंच गई। राज्यपाल के अब अपोलो अस्पताल से पॉजिटीव रिपोर्ट आने के बाद प्रदेश के सबसे बडेÞ सरकारी चिकित्सा संस्थान एसएमएस अस्पताल की कार्यप्रणाली कठघरे में खडी हो गई है। चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ का कहना है कि राज्यपाल के मामले में बरती गई लापरवाही के मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। कांग्रेस ने इस मामले में चिकित्सा विभाग की लापरवाही को लेकर सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।

