झंडा लगाने को लेकर जोधपुर में हुई हिंसा का एक खौफनाक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे दंगाईयों ने बाइक पर जा रहे युवक को दौड़ाकर उसकी पीठ पर चाकू घोंप दिया। बता दें कि शहर में जालोरी गेट चौराहे पर लगी स्वतंत्रता सेनानी बलमुकुद बिस्सा की प्रतिमा पर 2 मई की रात और 3 मई की सुबह झंडा लगाने को लेकर जोधपुर में हिंसा शुरू हो गई थी। हालांकि अब स्थिति यहां सामान्य हो गई है।

यहां लगे सीसीटीव कैमरे की फुटेज में देखा जा सकता है कि तीन मई को 11 बजे के करीब जब नमाज के बाद हिंसा हुई और पुलिस ने खदेड़ा तो दंगई दौड़ते हुए जिन भी गलियों से निकले वे लोगों पर जानलेवा हमले करते रहे।

हिंसा के दौरान लोकेश नाम के एक युवक ने बाइक दौड़ाई और दीपक भी उसकी बाइक पर पीछे बैठ गया। इस दौरान एक दंगई दौड़ते हुए बाइक का पीछा करने लगा और उसने दीपक की पीठ पर चाकू घोंप दिया।

लोकेश ने बताया, “दंगई ने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ था। वे चिल्ला रहे थे कि इनको मार दो काट दो। ये देखते ही हम लोगों को अलर्ट करने लगे। तभी पता नहीं कब एक दंगई ने चाकू मार दिया। चाकू लगते ही दीपक बेहोश हो गया। वह बाइक रोकने को कहने लगा। गिरने की स्थिति में आ गया। एक बार को तो लगा कि उस पत्थर से चोट लगी है। उसने कहा भी कि उसे पत्थर मार दिया बाइक रोक दो, लेकिन उस वक्त जो हालात थे, उसमें बाइक रोकना ठीक नहीं था।”

लोकेश ने बताया कि वो दीपक को लेकर डेढ़ किलोमीटर दूर महिला बाग हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला कि उसकी पीठ में पत्थर नहीं चाकू मारा गया था। यहां से उसे मथुरादास माथुर अस्पताल ले गए। यहां शाम को करीब तीन बजे दीपक को ऑपरेशन थिएटर में ले गए और डॉक्टरों ने पीठ में लगा चाकू निकाला।

जोधपुर में हुई हिंसा को लेकर जिला पुलिस कमिश्नरेट के मुताबिक, कई स्थानों में दगंईयों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में अभी तक 22 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से 20 की पहचान कर उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई दंगईयों की तस्वीरों की मदद से पुलिस उन्हें पकड़ने में जुटी है।