राजस्थान के जोधपुर में गहलोत सरकार की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है। यहां बिजली विभाग ने निर्देश दिए हैं कि मुस्लिम बहुल इलाकों में बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। इस महीने की शुरुआत के साथ ही रमजान की भी शुरुआत हो गई थी। गर्मी के मौसम में राज्य सरकार के इस फैसले से रोजेदारों को काफी राहत मिलेगी।

राजस्थान की बिजली कंपनी जोधपुर और जयपुर डिस्कॉम ने यह आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक, रमजान के दौरान बिजली सेवा में रुकावट नहीं आनी चाहिए। ये आदेश जारी होने के बाद राजस्थान की सियासत गरमाने लगी है। भारतीय जनता पार्टी के नेता शहजाद पूनावाला ने सर्कुलर का एक फोटो ट्वीट किया है। उन्होंने राज्य सरकार पर हिंदुओं के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि रमजान के दौरान मुस्लिम इलाकों में बिजली कटौती नहीं, क्या नवरात्रि के लिए ऐसा कोई आदेश है, ऐसा भेदभाव क्यों।

तीन अप्रैल से शुरू हुआ था रमजान का महीना
इस साल 3 अप्रैल (रविवार) से रमजान शुरू हुए थे। वहीं, चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 2 अप्रैल (शनिवार) से हुई थी। देश में कोरोना के मामलों में काफी कमी आई है, जिसके चलते लोगों में काफी उत्साह है क्योंकि वे पहले की तरह एक-दूसरे के घर जाकर त्योहार मना सकते हैं।

करौली हिंसा पर अशोक गहलोत का केंद्र पर हमला
राजस्थान के करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर अशोक गहलोत ने जमकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि इस पूरी घटना की जिम्मेदारी केंद्र सरकार को लेनी चाहिए। उन्होंने अपील की कि सरकार को चुप्पी तोड़कर घटना की निंदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना केंद्र सरकार का कर्तव्य है और मेरी अपील है कि इस मुद्दे पर बात करें। राजस्थान सीएम ने कहा कि देश में इस तरह की हिंसा पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार को कड़ा संदेश देना चाहिए। करौली हिंसा मामले में अब तक 46 गिरफ्तारियों हो चुकी हैं, जबकि कुछ को हिरासत में भी लिया गया है। साथ ही मोटरसाइकिल और गाड़ियों को भी जब्त किया गया है।