राजस्थान के अलवर जिले के प्रतापगढ थाना क्षेत्र के जैतपुर ब्राह्मण गांव में आज एक बाघ ने महिला पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि खेत पर काम करने जा रही शांति देवी माली (36) पर झाड़ियों में छिपे एक बाघ ने हमला कर दिया और उसे घसीटकर जंगल में ले गया। महिला के शोर मचाने पर एकत्रित हुए ग्रामीणों के शोर मचाने से बाघ वहां भाग गया, लेकिन महिला की मौत हो गई। गौरतलब है कि पिछले एक माह में सरिस्का अभियारण क्षेत्र में बाघ द्वारा हमला करने चार महिलाओं की मौत हो चुकी है।

रामपुरा गांव के निकट विगत दिनों लकड़ी बीनने गई दो महिलाओं पर हमला करने वाले तेंदुए को गत 9 फरवरी को वन विभाग ने पकड़ लिया था। महिलाओं पर हुए हमले के बाद वन विभाग ने तेंदुए को पकडने के लिये आसपास के इलाके में चार पिंजरे लगाये गये थे। चार पांच साल की मादा तेंदुए को पकड़ लिया गया और इस दौरान इस क्षेत्र में एक घायल नर तेंदुए को भी बेहोश कर पकड़ा गया था। वन विभाग के दल ने दोनों तेंदुए को जयपुर भेज दिया था।

गौरतलब है कि बाघ द्वारा लोगों पर हमला किए जाने के मामले में पहले भी सामने आ चुके हैं। शनिवार को यूपी के पीलीभीत के कलीनगर क्षेत्र में बाघ ने एक शख्स को अपना निशाना बनाया। हमले में उस शख्स की मौत हो गई। जिसके बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और सभी स्कूल भी बंद रहे। शुक्रवार रात करीब 7 बजे बाघ ने कस्बे के उत्तर में नवदिया निवासी फूलचंद पर हमला किया था। वाहनों के आ जाने से उसकी जान बच गई थी। रात को वहां से बाघ चलता हुआ सीमेंट की ईट बनाने वाले प्लांट पर जा पहुंचा। टीनशेड में सो रहे चौकीदार गंगाराम को दबोच कर पड़ोस के लाही के खेत में ले जाकर निवाला बना डाला।