राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले ताबड़तोड़ प्रचार में जुटीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए लगातार रैलियां, साभाएं करने में जुटी हैं। हालांकि एक रैली के दौरान उन्हें एक महिला के विरोध का सामना करना पड़ गया। दरअसल वसुंधरा एक कार्यक्रम में जनता से रूबरू हो रही थीं तब एक महिला ने उनसे रोजगार को लेकर तीखा सवाल पूछ डाला। महिला ने सीएम से पूछा कि उन्हें वोट क्यों दें? घटना का वीडियो भी सामने आया है। इसमें सीएम वसुंधरा सुरक्षाकर्मियों संग जनता से मुखाबित हो रही हैं। वो कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं से हाथ मिला रही हैं। इस दौरान जब सीएम एक महिला से हाथ मिलाने के लिए पहुंचीं तब महिला ने पूछा, ‘वोट क्यों दें? बच्चे तो पढ़-लिखकर घर बैठे हैं।’ हालांकि महिला कुछ और बात कहती इससे पहले ही सीएम ने उन्हें टोकते हुए कहा कि वो कुछ और सवाल पूछें। इसके बाद सीएम आगे चली गईं।

बता दें कि ऐसा पहली बार है नहीं जब राज्य में भाजपा उम्मीदवारों को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले झालावाड़ के खानपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र नागर जब गोविंदपुरा गांव में जनसंर्पक के लिए पहुंचे तब गांव वालों ने उनके काफिले को गांव से आधा किलोमीटर पहले ही रोक दिया। भाजपा पदाधिकारियों के लाख समझाने के बाद भी लोगों ने नेता जी को गांव के अंदर दाखिल नहीं होने दिया। ग्रामीण गांव में रोड़ की समस्या से नाराज थे। खास बात यह है कि राजस्थान का झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है।

ग्रामीणों का आरोप है कि गोविंदपुरा गांव में सड़क का काम अधूरा पड़ा हुआ है इसलिए लोगों में विधायक के खिलाफ आक्रोश है। ग्रामीणों ने नरेंद्र नागर पर इस गांव की उपेक्षा का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि नरेंद्र नागर गांव में सड़क भी नहीं बनवा सके है, इसलिए उनको यहां आकर वोट मांगने का कोई अधिकार नही है। इस घटना के बाद नरेंद्र नागर का कहना है कि, सड़क का काम कांग्रेस के कार्यकाल से ही अधूरा पड़ा हुआ है। बता दें कि राज्य में 7 दिसंबर को मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी। वोटो की गिनती 11 दिसंबर होगी।