राजस्थान के भरतपुर में हुई एक अजीब घटना में कुछ पुलिसवाले चिता की आग को बुझाकर आधे जले शव को ही पोस्टमार्टम के लिए ले गए। घटना रविवार को भरतपुर जिले के नदबई शहर में हुई। यहां 45 वर्ष के पदम सिंह का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। लेकिन पुलिस को आखिरी समय में सूचना मिली की पदम सिंह की मौत किसी बीमारी की वजह से नहीं हुई, बल्कि उनका कत्ल किया गया है। पुलिस को शक था कि यह कत्ल खुद पदम सिंह के बेटे ने किया है, इसलिए पुलिस ने लाश का पोस्टमार्टम करने के लिए यह कदम उठाया।
पुलिस ने बेटे भगत सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक मृतक पदम सिंह हाल ही में जेल से बाहर आया था। जानकारी के मुताबिक, जब पुलिस अंतिम संस्कार की जगह पर पहुंची तब तक परिजनों ने चिता को आग लगा दी थी। पुलिस ने तुरंत आग को बुझाया, लेकिन तब तक शव आधा जल चुका था। पुलिसवाले अधजले शव को ही पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल ले गए। पुलिस ने बताया कि “हमें जानकारी मिली थी कि बेटे भगत सिंह ने ही अपने पिता का कत्ल किया है और इसलिए वह जल्दी से अंतिम संस्कार कर रहा था।”
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एसपी (भरतपुर) कैलाश विश्नोई ने बताया, “शव का पोस्टमार्टम हो चुका है। हमें सड़क पर भी कुछ खून के धब्बे मिले हैं, जिनसे लगता है कि कुछ तो गलत हुआ है। हमने भगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ की जा रही है।” पुलिस ने बताया कि अपने परिवार के साथ हुए एक विवाद के बाद मृतक पदम सिंह कुछ समय से जेल में था। वह 19 सितंबर को ही जेल से बाहर आया था। गांव वालों ने पुलिस को बताया कि मरने से पहले पदम सिंह शराब पीकर आया था और उसके बाद परिवार से झगड़ा किया था।