कर्ण भिल, जो कभी एक कुख्यात डाकू हुआ करता था और उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल है। भिल की मूंछे 8 फीट लंबी थी जिस वजह से उसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली थी। साल 1988 में 2 जनवरी को भिल की हत्या कर दी गई थी। 28 साल गुजर जाने के बाद भी अभी तक भिल का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। इसका कारण ये है कि भिल को जिसने मारा वह भिल का सिर अपने साथ पाकिस्तान लिए गया। सिर के बिना अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता। यह घटना तब हुई जब भिल अपने ऊंट पर सवार होकर अपने पालतू जानवरों के खाने का सामान लेने निकला। रास्ते में जब वह सोनार फोर्ट के पास पहुंचा तब कुछ अज्ञात लोगों ने उस पर हमला कर दिया। हमलावर उसका सिर काटकर अपने साथ ले गए। बाकी हिस्सा ऊंट पर ही लाद दिया। जब ऊंट बिना सिर के भिल का आधा शरीर लेकर एयरफोर्स कॉलोनी में भिल के घर पहुंचा तब परिजनों ने घटना का अंदाजा लगाते हुए उसके सिर की खोज शुरु कर दी जो आज तक जारी है।
पुलिस के मुताबिक साल 1988 में दोपहर 3 से 4 बजे के बीच कायम और मेहराब खान जो कि सत्तो, पाकिस्तान के रहने वाले हैं और हुसैन और रेदमाल जो जैसलमेर के रहने वाले हैं। इन लोगों ने भिल पर हमला करके उसका सिर काट दिया। जिसके बाद वो भिल का सिर लेकर पाकिस्तान चले गए। इसके बाद उन्होंने यह सिर इलियास की कब्र पर चढ़ाया जिसका कत्ल कर्ण भिल ने 1975 में किया था। कायम इलियास के बेटा था। यह पूरा मामला यहां की कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज है। पुलिस के मुताबिक उस वक्त सीमा पर बाड़ेबंदी नहीं की गई थी जिससे पाकिस्तान आना जाना आसान था। उस वक्त ऐसे मामले अक्सर आया करते थे कि लोग कत्ल करके पाकिस्तान भाग जाते थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक भारत-पाकिस्तान के बीच ऐसी कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है जिससे की हत्यारों पकड़ कर भारत लाया जा सके।