राजस्थान के भरतपुर में दो चोर चोरी करने आये थे, लेकिन वो पकड़ा गए। लेकिन उसके बाद ग्रामीणों ने उनके साथ मारपीट नहीं की, बल्कि गले में माला पहनाकर घुमाया। यहीं नहीं गांव वालों ने चोरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी नहीं दर्ज कराई, क्योंकि ग्रामीणों का मानना था कि अगर वो उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत करते, तो बाद में वो छूटते और फिर चोरी करते।

दरअसल दोनों चोरों ने एक दुकान में कई बार चोरी की थी। इन घटनाओं के बाद दुकानदार ने अपनी दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया। फिर दोनों चोर उसी दुकान में चोरी करने पहुंचे, लेकिन इस बार दोनों चोर पकड़ा गए। लेकिन जब दोनों चोर पकड़ा गए, तब वो दोनों स्थानीय लोगों के बर्ताव से इतने शर्मिंदा हो गए कि उन्होंने माफ़ी मांगी और कसम खाई कि वो कभी चोरी नहीं करेंगे।

पकड़े गए दोनों चोर एग्रीकल्चर मशीनों के कारखाने में चोरी कर रहे थे। वहीं इस मामले पर व्यापारी नेता दिलीप अरोड़ा ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा, “कामां कस्बे के अम्बेडकर सर्किल पर चेतराम शर्मा का एक एग्रीकल्चर मशीनों का कारखाना है। कारखाने में पिछले कई दिनों से लोहे का कबाड़ चोरी हो रहा था। इसके बाद चेतराम ने सीसीटीवी कैमरे लगवा लिए थे और कारखाने पर लगातार नजर बनाकर रखी। दोनों चोरों को व्यापारी ने चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया और फिर दोनों को फूलों की मालाएं पहनाई गईं। दोनों चोरों की बिना पिटाई किए पुलिस के हवाले कर दिया गया।”

स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों चोरों के खिलाफ पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई क्योंकि उनका मानना है कि अगर पिटाई करने के बाद चोरों को पुलिस के हवाले कर देते तो फिर कुछ दिन बाद छूटने के बाद दोनों चोर चोरी की वारदात करने लग जाते।

चेतराम शर्मा को जब चोरी के बारे में पता लगा तो उन्होंने इलाके के कबाड़ खरीदने वाले व्यापारियों से बात की। इस दौरान चेतराम शर्मा को एक कबाड़ खरीदने वाले व्यापारी ने बताया कि उसके पास नगला हरचंद गांव के दो युवक रिक्शे में लोहे का कबाड़ लेकर आते हैं और उसे बेचकर जाते हैं।