राजस्थान में एक दलित महिला संग गैंगरेप के मामले में छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें चुरु जिले में सरदारशहर पुलिस स्टेशन के एसएचओ भी शामिल हैं। इन सभी पर दलित महिला से गैंगरेप और गैरकानूनी रूप से बंदी बनाए रखने का आरोप है। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस उसके देवर और उसे कथित चोरी के आरोप में उठाकर पुलिसस्टेशन ले गई। यहां उसके देवर की बुरी तरह पीटा गया, जिससे उसकी छह जुलाई को मौत हो गई। पीड़िता ने बताया कि इस दौरान पुलिस ने उसके साथ गैंगरेप किया। महिला के देवर की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।
बता दें कि शनिवार (13 जुलाई, 2019) को हॉस्पिटल में महिला के बयान के बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। महिला ने उसे हिरासत में रखकर पिटाई करने का आरोप भी लगाया है, जिससे उसकी आंखों, हाथ और गर्दन में गंभीर चोटे आई हैं। पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि पुलिसस्टेशन के अंदर ही उसके साथ गैंगरेप हुआ। महिला द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद कार्मिक विभाग ने शुक्रवार देर रात एक आदेश जारी किया जिसके बाद चुरु के एसपी राजेंद्र कुमार शर्मा को हटा दिया गया।
वहीं महिला के पति ने शनिवार को जयपुर में पत्रकारों को बताया कि 30 जून को चोरी के एक केस में पुलिस उसके भाई (22) को पकड़कर ले गई। तीन जुलाई को पुलिस उसे वापस घर ले आई मगर उसी दिन फिर उठाकर ले गई। शख्स के मुताबिक, ‘वो (पुलिस) मेरी पत्नी को भी साथ ले गए। बाद में छह और सात जुलाई की रात पुलिस ने मेरे भाई पर खूब अत्याचार किए और उसकी हत्या कर दी। मेरी पत्नी जो इस अत्याचार की गवाह थी उसके साथ पुलिस ने गैंगरेप किया। उन्होंने उसके नाखुन भी उखाड़ दिए। उसकी आंखों और उंगलियों को नुकसान पहुंचाया गया।’ शख्स के मुताबिक भाई की हत्या के बाद भी पुलिस ने जबरन पत्नी को 10 जुलाई तक पुलिस हिरासत मे रखा।
