राजस्थान के राजसमंद में खूब ठंड पड़ने से फसल बर्बाद होने के कारण 48 वर्षीय किसान ने रविवार (30 दिसंबर, 2018) कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पिछले महीने कांग्रेस नीत अशोक गहलोत सरकार बनने के बाद राज्य में पहली बार किसान आत्महत्या का मामला दर्ज किया गया। इस साल राजसमंद में सर्दी के मौसम में पारा माइनस 1.5 तक चला गया। अधिकारियों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसा दशकों में पहली बार है जब पारा इतना नीचे गया हो।

बैंगन की खेती करने वाले किसान लहरुलाल कीर के बेटे भेरुलान ने बताया कि उनके पिता रविवार सुबह घर से बाहर निकले थे। वो खेत पहुंचे तो फसल नुकसान की वजह से आत्महत्या कर ली। बेटे के मुताबिक पिता की मौत की खबर उस वक्त मिली जब मां गौरी देवी बाद में खेत पर पहुंचीं। घटना कनक्रोली के पीपली आचार्य गांव की है।

परिवार का कहना है कि लहरुलाल कीर ने बैंक से कोई कर्ज नहीं लिया था और ना ही उन्होंने फसल का बीमा कराया था। पूर्व सरपंच और कीर के परिचित मनोहर कीर (33) ने बताया, ‘पिछले कुछ दिनों में राज्य के इन भागों में माइनस 1.5 डिग्री के तापमान वाली तीव्र शीत लहरें आईं।’ कथित आत्महत्या की जानकारी जुटाने के लिए जिला अधिकारी गांव पहुंचे।

मामले में एसडीएम प्रवीण कुमार ने बताया, ‘हम पुलिस अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। किसान ने तीव्र ठंड की वजह से फसल बर्बाद होने के कारण कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मृतक के बेटे में मामले शिकायत दर्ज कराई है, जिसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। इसके अलावा प्रशासन भी खुद की रिपोर्ट तैयार कर रहा है।’

कुमार के मुताबिक मृतक और उनके परिवार की अपनी कोई जमीन नहीं है। लहरु और उनके चार भाईयों ने साझे में आठ बीघा जमीन पर खेती की। ये जमीन राज्य सरकार की है।