पाकिस्तान के साथ दिन प्रतिदिन बढ़ते विवाद के बीच भारतीय सेना ने राजस्थान में पाक से सटती सीमा के पास थार रेगिस्तान में युद्धाभ्यास कर अपना दमखम दिखाया। इस थार शक्ति प्रदर्शन के दौरान 50 डीग्री तापमान में सेना के करीब 20 हजार जवानों ने युद्धाभ्यास किया। इस अभ्यास की शुरुआत 10 अप्रैल को हुई थी। मंगलवार को इस अभ्यास का आखिरी दिन था जहां पर जवानों के साथ-साथ टैंक, हथियारों और अन्य सैन्य उपकरणों का अभ्यास किया गया। इस अभ्यास को करने के पीछे सेना का मकसद था कि जवानों को सिखाया जाए कि युद्ध के समय कैसे कम से कम समय में कार्रवाई करनी चाहिए। सैनिकों को कठिन से कठिन परिस्तिथियों में किन हथियारों का कैसे प्रयोग किया जाए यह सिखाया गया। इस अभ्यास के दौरान काल्पनिक दुशमनों के साथ सैनिकों ने युद्ध कर अपना दम दिखाया।

इस युद्धाभ्यास पर बात करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने कहा कि वह सैनिकों, टैंक व अन्य उपकरणों के अभ्यास से काफी संतुष्ट हैं। खासकर इस बात की खुशी है कि सैनिकों ने इतने तेज तापमान में भी अभ्यास किया। सैन्य अधिकारियों का मानना है कि इस अभ्यास से भारतीय सेना की युद्ध की तैयारी और मजबूत हुई है। उनका कहना है कि सेना हर प्रकार के मौसम में आगे बढ़कर कार्रवाई करने के लिए तैयार रहती है, जो कि यह साबित करता है कि युद्ध में मेहनती सेना की विजय निश्चित है।

पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस तनाव को बढ़ावा उस समय ज्यादा मिल गया था जब आतंकियों ने उरी में हमला किया था। वहीं कश्मीर घाटी में भी विद्रोह बढ़ता जा रहा है। आए दिए पत्थरबाज युवक भारतीय जवानों पर हमला करते रहते हैं। हाल ही में आतंकवादियों ने कश्मीर के रहने वाले लेफ्टिनेंट उमर फैयाज़ का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी। पाकिस्तान के जवान आए दिए सीज़फायर का उल्लंघन करते रहते हैं। ऐसे में पाकिस्तान से कुछ कहा जाए तो वह इसमें अपने सैनिकों का हाथ होने से मना कर देता है। पाकिस्तान है कि अपनी हरकतों से बाज़ ही नहीं आ रहा है।