राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। पुलिस ने इस मामले में कथित रूप से शामिल दो शूटरों की पहचान भी की है। इस मामले में पुलिस और राजपूत संगठनों के बीच सहमति भी बन गई और कल सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। पुलिस ने रोहित राठौड़ मकराना और नितिन फौजी पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है. उन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है।
क्या बोला एक आरोपी का पिता?
एक आरोपी नितिन फौजी के पिता ने पीटीआई को बताया कि उनका बेटा 9 दिसंबर को अपनी कार की मरम्मत कराने गया था और तब से लापता है। उन्होंने कहा, “मेरा बेटा 9 दिसंबर को सुबह 11 बजे कार की मरम्मत कराने के लिए महेंद्रगढ़ गया था। उसके बाद से उससे कोई संपर्क नहीं हुआ है।” न्यूज एजेंसी ने आरोपी के सहपाठी दीपक से भी बात की जिसने कहा कि वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था। उसने कहा, “नितिन मेरा सहपाठी था, वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था और बाद में उसने सेना में शामिल होने का फैसला किया था। उसने अपनी परीक्षा की तैयारी की और बाद में सेना में शामिल हुआ। मुझे नहीं पता कि किसने उसका ब्रेनवॉश किया और अब उसका नाम अचानक सामने आ गया है।”
राजस्थान में प्रदर्शन
इस बीच सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के कारण जयपुर और राज्य के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। राजपूत नेता राज शेखावत ने मांग की है कि गोली का जवाब गोली से दिया जाए।
उन्होंने कहा, “जो लोग हत्या के लिए जिम्मेदार हैं उनका एनकाउंटर किया जाना चाहिए, यह समाज की मांग है।” जानकारी सामने आई है कि हत्यारे किसी बात पर चर्चा करने के बहाने उनके घर आए थे। इस घटना में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और उनके एक अंगरक्षक को गोली मार दी गई। हत्यारों के साथ आए एक आरोपी को भी गोली लगी और उसकी मौत हो गई है।