राजस्थान में इस साल स्वाइन फ्लू से 88 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 976 लोगों में इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। फ्लू की जद में सबसे अधिक मामले राजधानी जयपुर में देखने को मिले हैं। जयपुर में इस साल 28 लोगों की मौत इस बीमारी की वजह से हो चुकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि खुद विधाधर नगर से भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी फ्लू की चपेट में आ गए। स्थानीय खबरों के अनुसार विधायक की हालत में अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हालांकि उनकी सेहत पर अभी भी निगरानी रखी जा रही है।

रिपोर्ट के अनुसार स्वाइन फ्लू की बीमारी से निपटने के लिए राज्य सरकार ने उन स्थानों की समीक्षा शुरू कर दी है जहां फ्लू के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यहां बता दें कि इस साल शुरुआती दो महीने में फ्लू की वजह से मारे गए लोगों की संख्या पिछले साल मारे गए लोगों से ज्यादा है। स्वास्थ्य से जुड़े विभाग का कहना है कि इस बीमारी का कहर पूरे साल रहने की संभावना है।

राज्य में लगातार बढ़ती मौते की वजह से चिकित्सा विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि फ्लू की जांच के लिए जिन आठ हजार लोगों के सैंपल लिए गए उनमें करीब दस फीसदी में इस बीमारी के लक्षण पाए गए। बीते 44 दिनों में इन्हीं में से 76 लोगों को मौत हो गई।