दिल्ली के मुखर्जी नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे एक नौजवान का शव उसके लापता होने के 10 दिन बाद जंगल में मिला, इस खबर के सामने आने के बाद से कई सवाल उठ रहे हैं। जानकारी यह है कि 22 साल के दीपक कुमार मीणा राजस्थान से थे और मुखर्जी नगर में रहकर तैयारी कर रहे थे। 11 सितंबर को जब वह लापता हुए तो जांच पड़ताल शुरू हुई और शुक्रवार को दशहरा मैदान के पास एक जंगली इलाके में उनका शव मिला। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परिवार हत्या की साजिश की ओर इशारा कर रहा है तो पुलिस का इशारा आत्महत्या की ओर है। 

पुलिस ने क्या कहा? 

पुलिस उपायुक्त (उत्तर पश्चिम) जितेंद्र कुमार मीणा ने कहा, कि शुक्रवार को दशहरा मैदान के पास एक जंगली इलाके में दीपक मीणा का शव मिला था। पुलिस के अनुसार आस-पास की दुकानों से जमा किए गए सीसीटीवी फुटेज में दीपक मीणा लापता होने वाले दिन अपने बैग के साथ अकेले इलाके की ओर जाता हुआ दिखाई दिया। डीसीपी मीणा  ने कहा कि प्रथम दृष्टया, यह आत्महत्या लग रही है।

हालांकि, पुलिस ने बताया कि अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 194 के तहत जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

मेंस की तैयारी कर रहा था दीपक

दीपक कुमार मीणा को लेकर जानकारी साझा की है कि वह यूपीएससी मेंस की तैयारी कर रहा था। लापता होने से पहले उसकी घर पर बात हुई थी लेकिन इसके बाद बात नहीं हो सकी। इस मामले पर पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। इस मामले पर सांसद चंद्रशेखर आजाद का ट्वीट भी आया है। उन्होंने लिखा,”राजस्थान के दौसा जिले के रहने वाले, दिल्ली के मुखर्जी नगर में यूपीएससी मेंस की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय प्रतिभावान दीपक कुमार मीणा का शव 10 दिनों बाद संदिग्ध परिस्थितियों में झाड़ियों में मिला। घटना बेहद दुखद है। मैं विनम्र आदरांजलि अर्पित करता हूँ। मेरी संवेदनाएँ परिजनों के साथ है, दुख का पहाड़ जो उन पर टूटा है प्रकृति उन्हें ये सहने की शक्ति प्रदान करें। मैं दिल्ली पुलिस से मामले की गहन जाँच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही की माँग करता हूँ।”