देश से जाति प्रथा को खत्म करने के लिए बेहद सख्त प्रावधान किए गए हैं, लेकिन शिक्षा के मंदिर में ही इसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जाति के नाम पर छुआछूत का नया मामला राजस्थान के उदयपुर जिले का है। एक स्कूल में नीची जाति की छात्रा ने मिड-डे मील को छू भर दिया था, जिसके बाद महिला रसोइये ने पूरा भोजन ही कथित तौर पर फेंक दिया था। वाकये से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद स्कूल प्रबंधन को महिला कुक को हटना पड़ा। वीडियो में आठवीं कक्षा की छात्रा ने स्कूल में जाति के आधार पर भेदभाव की बात कही थी। इसके वायरल होने पर स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा था, जिसके कारण स्कूल को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा। छात्रा मेघवाल समुदाय की बताई गई है। यह घटना 2 जुलाई को जिले के गवर्नमेंट गर्ल्स हाईर प्राइमरी स्कूल, उतारदा में हुई थी। पीटीआई के अनुसार, स्कूल प्रिंसिपल सुशील आर्य ने महिला कुक के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि की है।

क्या है मामला: सरकारी स्कूल में छुआछूत की घटना 2 जुलाई को हुई थी। स्कूल में पढ़ने वाली मेघवाल समुदाय की छात्रा ने मिड-डे मील को छू भर दिया था। इससे रसोइया कमला वैष्णव इस हद तक नाराज हो गईं कि उन्होंने न केवल आठवीं की छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किया, बल्कि कथित तौर पर छात्राओं के लिए तैयार मिड-डे मील को भी फेंक दिया था। छात्रा ने एक वीडियो में घटना के बारे में विस्तार से बताया था। इसके बाद स्थानीय लोगों में बेहद नाराजगी पैदा हो गई थी। सुशील आर्य ने कहा, ‘छात्रा के साथ भेदभाव को लेकर महिला कुक ने माफी मांगी थी, लेकिन स्थानीय लोगों का गुस्सा इससे शांत नहीं हुआ। वे कार्रवाई चाहते थे। इसे देखते हुए रसोइया को निष्कासित कर दिया गया है।’ स्कूल प्रबंधन ने 9 जुलाई को इस बाबत मैनेजमेंट कमेटी की बैठक बुलाई थी, जिसमें संविदा पर बहाल कुक को हटाने का फैसला लिया गया था। छात्रा का आरोप है कि उसने स्कूल के अधिकारियों से कुक की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। छात्रा का दावा है कि उसकी मां ने स्कूल के प्रभारी से भी इस बाबत शिकायत की थी। इसके बाद आरोपी रसोइये के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाए गए थे।