जोधपुर में एक महिला नर्स ने खुद के एक कमरे में बंद कर आग लगा ली। इस घटना में नर्स की मौत हो गई। नर्स की पहचान बीजू पुनोज के रूप में हुई है। बीजू केरल की रहने वाली थी। वह पिछले दो साल से जोधपुर एम्स में काम कर रही थी। एसीपी चैन सिंह महेचा ने बताया कि एम्स अस्पताल की महिला नर्स ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली।

एसीपी ने कहा, ‘पुलिस को रात करीब 8.30 बजे सूचना मिली की एम्स अस्पताल में एक महिला ने आग लगा खुद की जान देने की कोशिश की है। पुलिस ने दावे की पुष्टि के लिए घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस को अस्पताल की इमारत के तीसरी मंजिल पर ऑपरेशन थिएटर के पास कमरे से महिला का शव मिला।’

इससे पहले एक राहगीर ने अस्पताल की तीसरी मंजिल से धुंआ निकलते देख अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी दी। इसके बाद प्रशासन ने इसकी पुष्टि के लिए फायर अधिकारी को भेजा। पीड़ित ने आत्महत्या के प्रयास से पहले अपने कमरे का दरवाजा बंद कर रखा था। फायर अधिकारी ने जब दरवाजा खोला तो महिला का जला शव बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई।

परिवार के कारण डिप्रेशन में थी नर्सः पीड़ित नर्स की रूममेट ने आरोप लगाया कि बीजू पुनोज पारिवारिक समस्या के कारण डिप्रेशन में थी। पुलिस को महिला नर्स के कमरे से एक प्लास्टिक की संदिग्ध बोतल भी मिली है। इस बोतल का प्रयोग नर्स ने ज्वलनशील पदार्थ लाने के लिए किया होगा। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

मोबाइल पर खोजा था आत्महत्या का तरीकाः पुलिस ने बीजू का लॉकर खोला तो उसमें दो मोबाइल मिले। मोबाइल की जांच करने पर पता लगा कि नर्स ने आत्महत्या से पहले यूट्यूब पर आत्महत्या के तरीके और उनसे बचने का संभावना को लेकर कई वीडियो देखे थे। नर्स कुछ महीने पहले ही अपने गांव से लौटी। सहयोगी स्टाफ ने बताया कि बीजू की मां की पहले ही मौत हो चुकी है। उसके परिवार में पिता और एक भाई है। वह भाई मूक-बधिर है।