राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार गौरक्षा के लिए स्टांप ड्यूटी पर काऊ सेस लगाने के बाद अब राज्य में शराब की बिक्री पर भी ये सेस लगाने का मन बना रही है। फिलहाल ये योजना अभी लागू नहीं हुई है। राज्य का राजस्व विभाग अभी इस बात पर चिंतन कर रहा है जिसमें ये तय होना है कि कितना सेस लगाया जाए और किन-किन शराबों पर लगाया जाए। प्रदेश के मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि अभी इस बात को प्रस्तावित किया गया है, अंतिम फैसला राज्य की सीएम वसुंधरा राजे को ही करना है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राज्य के अधिकारियों का साफ कहना है कि आने वाले दिनों में शराब पीने वालों को ज्यादा पैसे देने होंगे। गौ रक्षा के लिए शराब पर कर लगाने के साथ ही इस बात पर की भी चर्चा है कि स्टांप ड्यूटी पर लग रहे 10 प्रतिशत काऊ सेस को बढ़ा कर 20 प्रतिशत कर दिया जाएगा। बता दें कि राज्य में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी के लिए गौ संरक्षण और गौरक्षा एक अहम चुनावी मुद्दा भी हो सकता है।
It's just a proposal and final decision will be taken by Chief Minister Vasundhara Raje: Rajasthan Minister Rajendra Singh Rathore on government's decision to impose 'cow cess' on liquor pic.twitter.com/g2OMjIRD36
— ANI (@ANI) June 8, 2018
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पिछले साल अप्रैल के महीने में गायों के संरक्षण के लिए धन जुटाने के मकसद से स्टांप ड्यूटी पर 10 प्रतिशत का सरचार्ज लगाया था। पिछले एक साल में इस गौ रक्षा कर से सरकार के खजाने में 235 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट हुआ था। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की कैबिनेट ने इस 10 प्रतिशत सरचार्ज को बढ़ा कर 20 प्रतिशत करने पर अपनी मंजूरी दे दी है। अब यह नया प्रस्ताव राज्य के गवर्नर के पास उनकी स्वीकृति के लिए भेज दिया है।
बता दें कि राजस्थान की 2,562 पंजीकृत गौशालाए में 9.6 लाख गौवंश हैं। इन सभी के संरक्षण के लिए 6 महीने में 490 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। सरकार का लक्ष्य है कि विधानसभा चुनाव से पहले सभी गौशालाओं तक जरूरी रकम पहुंच जाए।