Rajasthan Government: राजस्थान में सियासी संकट के बीच राज्य सरकार ने भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के 57 व राजस्थान प्रशासन सेवा (आरएएस) के 31 अधिकारियों के तबादले किए हैं। राज्य के कार्मिक विभाग ने देर रात इस बारे में आदेश जारी किया। इसके तहत आईएफएस श्रुति शर्मा को प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्पादन जयपुर बनाया गया है।
आरएएस के तबादलों में नरेंद्र गुप्ता को अतिरिक्त संभागीय आयुक्त जयपुर के पद पर तैनात किया गया है। सरकार ने एक आरएएस के पिछले सप्ताह किए गए तबादले को रद्द कर दिया है। राज्य सरकार ने हाल ही में प्रशासनिक अमले में बड़े पैमाने पर तबादले किए हैं। इससे पहले 31 जुलाई को ही सरकार ने 97 आरएएस अधिकारियों के तबादले/ पदस्थापन किए थे।
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उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट के बागी रुख अपनाने के चलते राजस्थान में सियासी उठापटक का दौर जारी है। पायलट के अलावा 18 कांग्रेसी विधायक भी उनके समर्थन में हैं और दो बार पार्टी व्हिप जारी होने के बाद भी पार्टी बैठक में शामिल नहीं हुए।
मामला सुप्रीम कोर्ट तक में पहुंच गया। कई दौर की सियासी उठापटक के बाद आखिर में राज्यपाल ने 14 अगस्त को गहलोत सरकार को विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति दे दी है। ऐसे में सीएम गहलोत को सरकार बचाने के लिए 14 अगस्त तक हर मोर्च पर अलर्ट रहने होगा।।
गहलोत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी राज्य की चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए बार-बार प्रयास कर रही है और वह भी कोरोनो वायरस महामारी के बीच। जनता यह सब देख रही है। जनता सब समझती हैं कि क्या चल रहा है। वे (बीजेपी) एक निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें इसे रोकना चाहिए और राज्य सरकार को काम करने देना चाहिए।
राजस्थान के सियासी संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर बड़ा हमला बोला है। सीएम गहलोत ने कहा कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय को शेखावत के परिसरों पर छापा मारना चाहिए क्योंकि बीजेपी नेता का नाम क्रेडिट सोसायटी घोटाले में सामने आया है। बता दें, गहलोत की यह टिप्पणी जयपुर की एक अदालत द्वारा 900 करोड़ के संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में शेखावत की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए एक शिकायत की जांच करने के निर्देश के बाद आई है।
कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के नेताओं के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी तक सचिन पायलट के अगले कदम को लेकर कयास लगा रहे हैं। सभी की निगाहें सचिन पायलट के अगले कदम पर हैं। राजनेताओं के एक वर्ग का मानना है कि पायलट नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे, वहीं दूसरे वर्ग का कहना है कि वे भाजपा में शामिल होंगे।
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के मंत्री जहां सरकार बचाने के लिए बाडेबंदी के साथ ही, टेंपल रन कर रहे हैं। तो दूसरी ओर, कांग्रेस का ही छात्र संगठन भी अब ईश्वर की शरण में है। प्रदेश एनएसयूआई कार्यालय में सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान भोले नाथ का अभिषेक और पूजा अर्चना की गई।
पूरी सरकार के बाड़ेबंदी को लेकर भाजपा ने सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया है। भाजपा ने ट्विटर पर #बाड़े_में_सरकार...लिखकर मोर्चा खोला है। भाजपा नेताओं का कहना है कि सरकार होटल से बाहर निकले और जनता के बीच जाकर सेवा करें।
पूरी सरकार के बाड़ेबंदी को लेकर भाजपा ने सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया है। भाजपा ने ट्विटर पर #बाड़े_में_सरकार...लिखकर मोर्चा खोला है। भाजपा नेताओं का कहना है कि सरकार होटल से बाहर निकले और जनता के बीच जाकर सेवा करें।
जैसलमेर के होटल में अब गहलोत गुट के 91 विधायक पहुंच चुके हैं। पहले सभी विधायक सूर्यगढ़ होटल में थे वहीं अब कुछ को गोरबंद होटल में ठहराया गया है। होटलों में विधायकों के दिन की शुरुआत योग, कसरत और मॉर्निंग वॉक से हुई। कई विधायकों की योग करते हुए तस्वीरें आई हैं। वहीं, सावन का सोमवार होने के चलते दूसरे होटल में रुके मंत्री मंदिर पहुंचे। इसके चलते आसपास के मंदिर की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
होटल सूर्यगढ़ में बाड़ेबंदी में ही रक्षाबंधन मनाया गया। जहां कांग्रेस की सभी महिला विधायकों ने मुख्यमंत्री को रक्षा सूत्र बांधे। मुख्यमंत्री गहलोत ने भी सभी को इस शुभ अवसर पर शुभकामनाएं दीं। उधर, हॉर्स ट्रेडिंग के डर को देखते हुए खबर है कि विधायकों से कह दिया गया है न तो वे होटल से बाहर जाएंगे और न उनके रिश्तेदार आएंगे।
भारतीय जनता पार्टी की बात करें कुल 75 विधायक है। इनमें 72 भाजपा और 3 राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक है। माना जाता है कि इनमें 45 विधायक वसुंधरा राजे गुट के हैं। जबकि 7 विधायक उप नेता राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया गुट के हैं। जबकि 20 विधायक संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं। इनमें नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का नाम सबसे ऊपर आता है।
सचिन पायलट गुट का समर्थन कर रहे तीन निर्दलीय विधायक पायलट और भाजपा गुट के साथ से सत्ता परिवर्तन करने की उम्मीद में है। साथ ही केंद्र में भारतीय जनता पार्टी होने से यहां पर उन्हें डटे रहने में मदद मिल रही है। हालांकि पायलट अभी तक की संख्या को देखते हुए भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने में सक्षम नहीं दिखाई दे रहे है। साथ ही इन निर्दलीय विधायकों को मामला दर्ज होने के कारण भी डर है।
अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास कांग्रेस के 82, बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए 6, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 1, आरएलडी के 1, बीटीपी के 2 और निर्दलीय 10 विधायकों का समर्थन है। इस तरह से यह कुल आंकड़ा 102 का हो जाता है। जबकि पायलट खेमें में कांग्रेस के 19 बागी विधायक है और तीन निर्दलीयों का समर्थन है।
अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास कांग्रेस के 82, बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए 6, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 1, आरएलडी के 1, बीटीपी के 2 और निर्दलीय 10 विधायकों का समर्थन है। इस तरह से यह कुल आंकड़ा 102 का हो जाता है। जबकि पायलट खेमें में कांग्रेस के 19 बागी विधायक है और तीन निर्दलीयों का समर्थन है।
माना जा रहा है कि सरकार सत्र के पहले ही दिन 14 अगस्त को फ्लोर टेस्ट कराने की तैयारी में है। उस दिन स्थिति अनुकूल नहीं रही तो 15 व 16 को अवकाश है। ऐसी स्थिति में 17 अगस्त को फ्लोर टेस्ट होगा। यदि फ्लोर टेस्ट हुआ तो गहलोत सरकार सुरक्षित होगी या नहीं यह उस दिन देखने वाली बात होगी। कहा जा रहा है कि सरकार के पास 102 वोट है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज शाम को जोधपुर से जयपुर लौट सकते हैं। सीएम रविवार को ही मुख्य सचेतक महेश जोशी और खेल मंत्री अशोक चांदना के साथ जैसलमेर पहुंचे थे।
रक्षाबंधन पर कांग्रेस के बागी सचिन पायलट ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि 'भाई-बहन के असीम प्रेम, स्नेह एवं अटूट रिश्ते के प्रतीक रक्षाबंधन के पावन पर्व की समस्त देश एवं प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।' उनके ट्वीट के महज तीन मिनट के भीतर इसे दो हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है।
राजस्थान में सियासी संकट के बीच रक्षाबंधन का त्योहार सूर्यगढ़ होटल में भी मनाया जाएगा। इस होटल में सीएम अशोक गहलोत गुट के विधायक ठहरे हैं। बताया जाता है कि कांग्रेस की सभी महिला विधायक सीएम गहलोत को राखी बांधेगी। गहलोत आज सुबह से जैसलमेर स्थित होटल में ठहरे हुए हैं और जोधपुर भी जा सकते हैं। इसके अलावा सावन का आखिरी सोमवार होने के चलते गहलोत कैबिनेट के कई मंत्री मंदिर भी जा सकते हैं। इधर गहलोत गुट के विधायकों ने साफ कर दिया है कि वो ना तो होटल से बाहर जाएंगे और ना ही उनके रिश्तेदार होटल में आएंगे। सीएम गहलोत ने रक्षाबंधन की बधाई देते हुए ट्वीट भी किया है। उन्होंने कहा, 'रक्षाबंधन के पावन पर्व पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। भारत की सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता का प्रतीक यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते, भारतीय संस्कृति में बेटियों के महत्व को दर्शाता है। कलाई पर बंधा रक्षासूत्र हमें सदैव बेटियों एवं बहनों के सम्मान, सुरक्षा के लिए प्रेरित करता है।'
अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास बहुमत लायक विधायकों का समर्थन है मगर होटल में ठहरे विधायकों की संख्या देखी जाए तो यह आंकड़ा 99 ही हो रहा है। दरअसल राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं। ऐसे में सरकार में बने रहने के लिए गहलोत को कम से कम 101 विधायकों का समर्थन जुटाना होगा। हालांकि जिस तरह से हर दिन हालात रोमांचक हो रहे हैं, उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि गहलोत बहुमत के आंकड़े में पिछड़ भी सकते हैं।
रक्षाबंधन के पर्व पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से सभी विधायकों को होटल में ही आज लंच में खास तरह के पकवान दिए जाएंगे। इस संबंध में होटल प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं।
सियासी घमासान के बीच प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने रविवार देर रात 57 आईएफएस और 31 आरएएस अधिकारियों का ताबदला कर दिया। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक उपखंड अधिकारी और तीन दर्जन से अधिक डीएफओ बदले गए हैं।