राजस्थान में सरकार बनाते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एक्शन मोड में आ गए हैं। उनकी तरफ से पेपर लीक मामलों की जांच के लिए SIT गठन की बात कर दी गई है। इस मुद्दे को बीजेपी ने चुनावी मौसम में कई मौकों पर उठाया था और इसी के सहारे पिछली गहलोत सरकार को निशाने पर लिया था। अब पहले बड़े एक्शन के तौर पर इसी पेपर लीक मामले के खिलाफ जांच का ऐलान कर दिया गया है।
सुपर एक्टिव सीएम भजनलाल
सीएम भजनलाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पेपर लीक मामलों की जांच के लिए राजस्थान में एसआईटी (SIT) गठन होगा, ताकि दोषियों को सख्त सजा दे सकें, नही बख्शेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो, जो शामिल थे उन्हें छोड़ा नही जाएंगे। इसके अलावा सीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि कानून व्यवस्था को हर कीमत पर सुधारकर रहेंगे।
इस बारे में उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसी भी कीमत पर महिला और बालिका अत्याचार सहन नहीं करेगी, महिला सुरक्षा लाना, भ्रष्टाचार को दूर करना हमारी प्रमुख प्राथमिकता रहेगी, कानून व्यवस्था हमार प्रमुख विषय रहेगा। अब जानकारी के लिए बता दें कि पिछली सरकार पर बीजेपी ने आरोप लगाया था कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। इसके ऊपर महिला सुरक्षा को भी बड़ा मुद्दा बनाया गया था। अब उसी तर्ज पर सीएम भजनलाल ने कई बड़े ऐलान कर दिए हैं।
सीएम की क्या प्राथमिकता?
सीएम ने इस बात पर भी जोर दिया है कि उनकी योजनाएं समाज की अंतिम पंक्ति तक पहुंचे, इस पर खास ध्यान दिया जाएगा। इसके ऊपर पीएम मोदी ने जो भी जनता से गारंटी की हैं, उन्हें भी पूरा करने का आश्वासन दिया गया है। यहां ये समझना जरूरी है कि बीजेपी ने राजस्थान में एक बड़ा एक्सपेरिमेंट किया है। उन्होंने दो बार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को छोड़कर पहली बार के विधायक को सीएम बनने का मौका दिया है। पार्टी का पूरा फोकस नई लीडरशिप खड़ी करने पर है। इसके अलावा पार्टी ने दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरबा को डिप्टी सीएम भी बनाया है।