Maharashtra Navnirman Sena: राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर गुंडागर्दी करते हुए नवी मुंबई के एक डांस बार में तोड़फोड़ की है। MNS के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी का वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए MNS के आठ कार्यकर्ताओं पर दंगा करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
बड़ा सवाल यह है कि MNS के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी पर रोक कब लगेगी?
बताना होगा कि पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में मराठी बनाम उत्तरभाषी के विवाद को हवा मिली है और MNS के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर हिंदी बोलने वाले लोगों की पिटाई की है लेकिन अब वे डांस बार में घुस गए हैं।
‘भोजपुरी बोलूंगा…’, कहने वाले ऑटो ड्राइवर को पीटा
क्या है MNS के पदाधिकारियों का तर्क?
MNS के एक पदाधिकारी ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि पर डांस बार के लिए कोई जगह नहीं है। हम पनवेल या राज्य में कहीं भी अश्लीलता को पनपने नहीं देंगे।”
MNS के 15 से 20 कार्यकर्ता हाथों में लाठियां लिए हुए डांस बार पहुंचे और उन्होंने इसके शीशे और फर्नीचर को तोड़ दिया और लाइटिंग को नुकसान पहुंचाया। MNS के लोगों ने इसका वीडियो भी बनाया।
राज ठाकरे ने दिया था बयान
याद दिलाना होगा कि हाल ही में पार्टी के प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि रायगढ़ जिले में सबसे ज्यादा डांस बार गैर मराठी लोगों के हैं। ठाकरे ने कहा था, “रायगढ़ जिले में सबसे ज्यादा डांस बार हैं… रायगढ़ में इतने सारे डांस बार, इनका मालिक कौन है? सिर्फ मराठी लोग?… ये हमारा रायगढ़ है। रायगढ़ छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी थी।”
पुलिस ने दर्ज की FIR
डांस बार में तोड़फोड़ का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस बार पर हमला करने वालों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा कर रही है। पनवेल तालुका पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिन आठ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, वे मनसे के पदाधिकारी हैं।
उद्धव-राज मिलकर चुनाव लड़े तो क्या इससे BJP को बड़ा नुकसान होगा?
ऑटो ड्राइवर को पीटा था
याद दिलाना होगा कि MNS के कार्यकर्ताओं ने हाल ही में एक प्रवासी ऑटो ड्राइवर की पिटाई कर दी थी। ऑटो ड्राइवर ने कहा था कि वह भोजपुरी और हिंदी में बात करेगा, मराठी में नहीं। इससे भी पहले मराठी भाषा नहीं बोलने को लेकर ठाणे जिले के मीरा-भायंदर में एक दुकानदार की जमकर पिटाई कर दी थी। एक ट्रेन में भी हिंदी भाषी महिला से मराठी बोलने वाली कुछ महिलाओं ने बदसलूकी की थी।
इस तरह की घटनाओं को लेकर सीधा सवाल यही है कि आखिर MNS के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी पर रोक कब लगेगी? उम्मीद की जानी चाहिए कि पुलिस इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई करेगी।
हिंदी भाषी दुकानदार को थप्पड़ मारने वाले MNS के नेता कौन हैं?