महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शुक्रवार को विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के प्रश्न-पत्र लीक होने के कारण सरकार द्वारा दोबारा कराई जा रही “परीक्षा का बहिष्कार” करने के लिए कहा है। अभिभावकों और विद्यार्थियों को संबांधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी थी, लेकिन अपनी गलती को स्वीकार करने के बजाय वह दोबारा परीक्षा आयोजित करके विद्यार्थियों पर बोझ बढ़ा रही है। ठाकरे ने कहा, “सरकार प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा करने में असमर्थ है और फिर भी विद्यार्थियों को पुन: परीक्षा की पीड़ा को सहन करना पड़ेगा। जब उनकी गलती नहीं तो उन्हें क्यों इस त्रासदी से गुजरना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मैं महाराष्ट्र और बाकी देश के सभी सीबीएसई विद्यार्थियों के अभिभावकों से अपील करता हूं कि किसी भी परिस्थिति में आप अपने बच्चों को फिर से परीक्षाओं में बैठने की अनुमति न दें। यदि आप अभी झुककर मान जाते हैं तो आगे आपको और झुकाया जाएगा।” ठाकरे ने इस मुद्दे पर एकजुट होकर कड़ा रुख अपनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, “अपनी गलतियों के लिए विद्यार्थियों को पीड़ित करने से पहले सरकार को अपने तंत्र को सही करने का संदेश देना चाहिए। अगर माता-पिता अभी झुक जाते हैं और विद्यार्थियों को फिर से परीक्षा देनी होती है तो ऐसी गलतियां भविष्य में भी होंगी।”
ठाकरे की यह टिप्पणी बुधवार को कक्षा 12वीं के अर्थशास्त्र और कक्षा 10वीं के गणित के प्रश्न-पत्र के लीक होने की सूचना मिलने के बाद आई है। बता दें कि सीबीएसई के लीक प्रश्न-पत्रों पर बढ़ते विवाद के बीच सरकार ने शुक्रवार को कहा कि 10वीं के गणित की दोबारा परीक्षा मात्र दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और हरियाणा में कराई जाएगी, जबकि 12वीं के अर्थशास्त्र की परीक्षा देशभर में 25 अप्रैल को आयोजित की जाएगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय में स्कूली शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने कहा कि सीबीएसई 10वीं के गणित का प्रश्न-पत्र मात्र दिल्ली और हरियाणा में ही लीक हुआ था, क्योंकि इसके राष्ट्रीय स्तर पर लीक होने का कोई सबूत नहीं मिला है।