उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने मंगलवार (20 मार्च) देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राज बब्बर का अपने पद से इस्तीफा देना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देर रात तक यह साफ नहीं हो सका है कि पार्टी हाईकमान ने उनका इस्तीफा स्वीकार किया है या नहीं। बताते चलें कि जब तक पार्टी हाईकमान उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करती, तब तक वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कामकाज देखते रहेंगे। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो राज बब्बर पहले भी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी छोड़ने की इच्छा जता चुके थे। वह एक स्टार प्रचारक की भूमिका में ही रहना चाहते हैं, ताकि पूरे देश में जाकर पार्टी के पक्ष में प्रचार कर सकें।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज बब्बर दो महीने पहले ही यूपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देना चाहते थे और उस वक्त पार्टी हाईकमान भी उनके समर्थन में थी। पार्टी चाहती है कि वह एक स्टार प्रचारक के रूप में पार्टी से जुड़े रहें। पार्टी हाईकमान ने उनके प्रस्ताव पर सहमति जरूर जताई थी, लेकिन साथ ही उन्हें अगला निर्णय होने तक पद पर बने रहने को कहा गया था।
Raj Babbar resigns as Uttar Pradesh Congress President: Sources (File Pic) pic.twitter.com/zASeaTYgLo
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 20, 2018
रिपोर्ट्स के मुताबिक, माना जा रहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा गठबंधन कर सकती है, जिसके चलते राज बब्बर खुश नजर नहीं आ रहे थे, इसलिए उन्होंने पहले ही पद से इस्तीफा देने का मन बना लिया था। वह इस्तीफा देने से ठीक पहले एक ट्वीट कर इस बात के संकेत दे चुके थे। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से कवि केदारनाथ सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया था। ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि ‘अंत में मित्रों, इतना ही कहूंगा कि ‘अंत’ महज एक मुहावरा है जिसे शब्द हमेशा अपने विस्फोट से उड़ा देते हैं।’
अंत में मित्रों,
इतना ही कहूंगा
कि अंत महज एक मुहावरा है
जिसे शब्द हमेशा
अपने विस्फोट से उड़ा देते हैं ….उनकी ऐसी पंक्तियां उन्हें कहां हमसे दूर होने देंगी । कविवर केदारनाथ सिंह जी को विनम्र श्रद्धांजलि pic.twitter.com/UvqkPDFImy
— Raj Babbar (@RajBabbar23) March 20, 2018
