Chenab Bridge: भारत में दुनिया के सबसे ऊंचे आर्क पुल, चेनाब ब्रिज (Chenab Bridge) के निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है अब इस पर रेलवे की पटरियां बिछाने का काम बाकी है। उम्मीद है कि साल 2022 के अंत तक इसे खोला जा सकता है। यह पुल सिविल इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना है, जिसके जरिए श्रीनगर को बाकी भारत से जोड़ा जाएगा। भारतीय रेलवे ने चिनाब ब्रिज की कुछ लुभावनी तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की हैं, जिन्हें देखकर हर कोई दंग है।
चेनाब ब्रिज इस ब्रिज का निर्माण कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड (KRCL) और उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है। 14 अगस्त 2022 को, रियासी जिले के कौरी क्षेत्र में चेनाब नदी पर बनाए गए दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल के ऊपरी डेक को पूरा किया गया।
यह पुल 1.315 किलोमीटर लंबा है और इसकी ऊंचाई 359 मीटर है। चेनाब ब्रिज एफिल टॉवर से भी ऊंचा है। भारत में बनाया जा रहा यह पुल दुनिया का सबसे ऊंचा आर्क पुल है।
यह पुल के दोनों ओर सलाल-ए और दुग्गा रेलवे स्टेशनों को रियासी जिले में चिनाब नदी से जोड़ेगा। रेलवे की तरफ से इसकी कुछ बेहद ही शानदार तस्वीरें जारी की गई हैं। चेनाब ब्रिज को उत्तर रेलवे द्वारा कटरा-बनिहाल रेल खंड पर 27949 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ बनाया जा रहा है।
एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा: यह पुल उधमपुर-कटरा-कांजीगुंड को जम्मू से कनेक्ट करेगा। चेनाब ब्रिज नदी तल से 359 मीटर ऊंचा है और इसे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज होने का गौरव प्राप्त है। यह फ्रांस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। दुनिया के इस सबसे ऊंचे रेलवे पुल के मेहराब का काम अप्रैल 2021 में ही पूरा हो गया था। इस मेहराब का कुल वजन 10619 मीट्रिक टन है और उसके हिस्सों को केबल क्रेन द्वारा लगाया जाना भारतीय रेलवे द्वारा पहली बार किया गया है।
रेल मंत्रालय के अनुसार, पुल की स्ट्रक्चरल डीटेलिंग के लिए ‘टेकला’ सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया है। इसमें इस्तेमाल किया गया स्ट्रक्चरल स्टील माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान झेल सकता है।