कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बार लोकसभा की पटल से गुजरात को लेकर एक बड़ा दावा कर दिया था। उन्होंने दो टूक कहा कि इस बार के गुजरात चुनाव में इंडिया गठबंधन बीजेपी को हराने वाला है। उस एक दावे के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई, सभी के मन में एक सवाल आने लगा- 30 सालों से जो पार्टी गुजरात में सरकार नहीं बना पाई, आखिर इस बार कैसे वो इतना बड़ा परिवर्तन कर सकती है?
गुजरात क्यों आ रहे राहुल?
अब इस सवाल के बीच राहुल गांधी अपना मिशन गुजरात सही मायनों में शुरू करने जा रहे हैं। राहुल आज शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद आने वाले हैं। माना जा रहा है कि वहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे और आगे की रणनीति को धार देंगे। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने गुरुवार को बताया था कि राहुल गांधी से उन्होंने बात की है और स्थानीय नेताओं से मुलाकात करने के लिए उन्हें निमंत्रण भेजा है। अब जानकारी यह मिल रही है कि राहुल गांधी शनिवार को अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की पूर्व संध्या पर वहां पहुंच सकते हैं।
राहुल का यह दौरा अहम क्यों?
वैसे राहुल गांधी का यह गुजरात दौरा इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि उनकी हिंदू वाले बयान के बाद अहमदाबाद में ही सबसे पहले हिंसा देखने को मिली थी। ऐसा आरोप है कि बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद के पालडी में कांग्रेस मुख्यालय और राजीव गांधी भवन में तोड़फोड़ की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस को तमाम चीज बताने के बाद भी शिकायत दर्ज नहीं की गई। ऐसे में कांग्रेस मानती है कि अगर राहुल गांधी इस मुश्किल समय में राज्य का दौरा करेंगे तो कार्यकर्ता भी उत्साह से भर जाएंगे और वे अपने अगले मिशन के लिए पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ पाएंगे।
राहुल के दावे में कितना दम?
वैसे गुजरात में राहुल गांधी एक बड़े परिवर्तन की बात जरूर कर रहे हैं, लेकिन आंकड़े उनका समर्थन नहीं करते। अगर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो बीजेपी ने सभी पुराने रिकार्ड ध्वस्त करते हुए 156 सीटें जीती थीं, दूसरी तरफ कांग्रेस मात्र 17 सीटों पर सिमट गई। ऐसे में इस अंतर को पाटना ही राहुल गांधी के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होने वाला है।