NCRB have Good Record of UP in 2021: पूरे देश का राष्ट्रीय अपराध रिपोर्ट ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े सामने आए हैं जिसमें उत्तर प्रदेश में अपराधों में कमी आई है। ये बात हम नहीं कह रहे हैं बल्कि ये राष्ट्रीय अपराध रिपोर्ट ब्यूरो (NCRB) का दावा है। राज्य में अपराधों में आई कमी को लेकर जब यूपी तक वेब पोर्टल ने यूपी के लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार से बातचीत की तो उन्होंने क्या कुछ बताया आइए आपको बताते हैं। जब उनसे ये पूछा गया कि पूरे देश का एनसीआरबी डाटा जारी हुआ है लेकिन उत्तर प्रदेश की तारीफ हो रही है इस में क्या कुछ खास बात है तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘इसमें तारीफ करने जैसी कोई बात नहीं है। ये एक आत्मसंतुष्टि का विषय है विभाग के लिए कि हमारे अधिकारियों ने पूरे मनोयोग से शासन की नीतियों का पालन किया।’

उन्होंने आगे बताया, ‘शासन ने अपराध और अपराधियों के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई थी जिसका असर दिखाई दिया। चाहे माफियाओं की कमर तोड़ने की बात रही हो चाहे समाज के कमजोर तबके को लाभ पहुंचाने की बात हो, महिलाओं को, बच्चों को न्याय देने की तो उस प्रयास में बहुत ही बेहतरीन परिणाम आए हैं। एनसीआरबी हर साल पूरे देश का डाटा शेयर करता है फिर अन्य राज्यों से तुलना की जाती है। इस साल हमारी स्थिति बहुत अच्छी है।’

फिरौती,एसिड अटैक से लेकर हर तरह के क्राइम में आई कमी

प्रशांत कुमार ने आगे बताया, ‘हमारे यहां इस बार के आंकड़े काफी अच्छे आए हैं चाहे वो फिरौती या अपहरण का मामला हो, चाहे वो एसिड अटैक के मामले हों, चाहे वो हत्या के मामले हों, चाहे वो लूट के मामले हों हम सब में हमारी पोजीशन अन्य प्रदेशों के मुकाबले बहुत अच्छी हैं इसके अतिरिक्त महिला संबंधित अपराध, बच्चों संबंधित अपराध और साइबर क्राइम में कमी आई है। इसके अलावा जहां तक दोषसिद्धि का मामला है इसमें महिला कन्विक्शन, साइबर क्राइम और वेपन रिकवरी में हम देश में पहले स्थान पर हैं।’

प्रदेश में बढ़ा निवेश का माहौल

प्रशांत कुमार ने इससे हुए फायदे के बारे में बताया, ‘जब प्रदेश में क्राइम कम हुआ तो प्रदेश में निवेश का माहौल बना है ईज ऑफ डूइंग में उत्तर प्रदेश 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ चुका है। इसके अलावा जो हमारे यहां निवेशक भी आने को उत्सुक हैं इस बार 4 लाख 68 हजार करोड़ के एमओयू हुए थे उसमें से 3 लाख 86 हजार करोड़ का निवेश आ चुका है जो कि कुल का लगभग 70 फीसदी है।’

माफियाओं के खिलाफ भी विधिक कार्रवाई हुईं

माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रशांत कुमार ने बताया, ‘हम लोगों ने माफियाओं के खिलाफ भी जितनी कार्रवाइयां की वो सभी विधिक थी सभी प्राविधानों के तहत थीं। बुलडोजर की भी सभी कार्रवाई विधिक प्रक्रियाओं के बाद की गईं बुलडोजर से सिर्फ अपराधियों के खिलाफ ही एक्शन हुआ है किसी आम आदमी के खिलाफ बुलडोजर एक्शन नहीं किया गया है। प्रशासन से इस बात के सख्त आदेश थे अगर कोई अधिकारी गलत बुलडोजर एक्शन में पाया जाएगा तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।’

योगीराज में UP में आई सांप्रदायिक हिंसा में कमी

एनसीआरबी के साल 2021 के जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा के मामले में कुल 378 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 100 मामले दर्ज किए गए हैं, दूसरे नंबर पर झारखंड है जहां 77 मामले दर्ज किए गए हैं। तीसरे नंबर पर बिहार है जहां पर 51 मामले दर्ज किए गए हैं और चौथे नंबर पर हरियाणा है जहां 40 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में की अगर बात की जाए जो देश का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है वहां पर सिर्फ एक सांप्रदायिक दंगे का मामला सामने आया है। आंकड़ों में ये भी बताया गया है कि साल 2019 और साल 2020 में एक भी सांप्रदायिक मामला दर्ज नहीं किया गया है।