Debraj Deb

भाजपा शासित त्रिपुरा में एक हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों से परीक्षा में बीजेपी से जुड़ा सवाल पूछने पर विवाद पैदा होगा। सरकार पर आरोप लगे हैं कि वो सत्ता में आने के बाद से शिक्षा का ‘भगवाकरण’ करने में जुटी है। दरअसल सामाजिक विज्ञान के दो पेज वाले प्रश्न पत्र के पहले हिस्से में बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर छात्रों से पूछे गए। इसमें ‘टेरर ऑफ द वर्ल्ड और बेनिटो मुसोलिनी’ या एडोल्फ हिटलर और तोजो पर लिखना था। प्रश्न पत्र के दूसरे हिस्से में छात्रों से बीजेपी पर शॉर्ट नोट लिखने को कहा गया। खास बात यह है कि सवाल का जवाब देना जरुरी था और इसके लिए तीन नंबर निर्धारित किए गए। राज्य में दशकों के बाद लेफ्ट की सरकार गिरी और पहली बार यहां बीजेपी सरकार में आई है।

पश्न पत्र में पूछे गए सवाल पर विपक्षी दल सीपीआईएम के स्टेट सचिव बिजन धर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। लेफ्ट नेता ने कहा, ‘सभी क्षेत्रों में भगवाकरण स्वीकार्य नहीं है। सरकार और संबंधित विभाग को तुरंत इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए।’ वहीं उनाकोटी जिले में स्थित श्रीरामपुर सूर्यामणि मेमोरियल हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल अभिजीत भट्टाचार्य ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि परीक्षा में पूछा गया सवाल तकनीकी रूप से सही है। हालांकि नैतिकता की दृष्टि से इसे टाला जा सकता था।

भट्टाचार्य ने कहा, ‘सवाल तकनीकी रूप से सही है। मामला संज्ञान में आने के बाद मैंने प्रश्न पत्र बनाने वाले संबंधित शिक्षक से बात की और इस सवाल को पूछने की वजह जानी। इसमें सामने आया कि पूछा गया सवाल सामाजिक विज्ञान के एक चैप्टर का हिस्सा था। यह चैप्टर राजनीतिक पार्टियों से जुड़ा था।’ प्रिंसिपल के मुताबिक चूंकि इस मुद्दे पर राजनीतिक अर्थ है इसलिए इससे बचा जा सकता था।

इसी दौरान, त्रिपुरा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी प्रदीप सेनगुप्ता ने कहा, ‘हम भाजपा के बारे में सवाल पूछे जाने के संदर्भ में पाठ्यक्रम देखेंगे। इसके बाद ही पता चलेगा कि वास्तव में क्या हुआ।’

भाजपा प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने भी मामले में प्रतिक्रिया दी है। सिन्हा ने कहा, ‘अगर सवाल पाठ्यक्रम से संबंधित है तो ठीक है, अगर सवाल राजनीतिक परिदृश्य की वजह से पूछा है तो यह सही नहीं है। इस पर निर्णय प्रिंसिपल को लेना है और राजनीतिक पार्टियों को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।’