कांग्रेस नेता अमरिन्दर सिंह ने रविवार को सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल के आरोपों को खारिज किया कि ‘सरबत खालसा’ के आयोजन के पीछे उनकी पार्टी का हाथ था और आरोप लगाया कि अकाली पंजाब में ग्रंथ के अनादर और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की हत्याओं से ‘जनता का ध्यान भटकाना’ चाहते हैं।
अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सरकार अनादर करने वाले दोषियों की पहचान करने और दो शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की हत्या करने वाले पुलिसकर्मियों को सजा देने में असफल रही है। अब उसने सारा दोष कांग्रेस पर मढ़ने के घटिया प्रयास में ‘फर्जी और इलेक्ट्रॉनिक रूप से गढ़े गए’ आवाज के रेकॉर्ड बना लिए हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता कैप्टन अमरिन्दर सिंह, शिअद द्वारा शनिवार को पार्टी नेताओं की बैठक में सुनायी गयी ‘आवाज की रेकार्डिंग’ का हवाला दे रहे थे, जहां पार्टी के कुछ नेताओं ने कथित रूप से सिख कट्टरपंथी समूह यूनाइटेड अकाली दल के नेताओं से बातचीत की और सरबत खालसा के लिए भीड़ जुटाने का आश्वासन दिया।