पूर्व बीजेपी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टी नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि वह चुनाव में सत्ता विरोधी मतों (anti-incumbency votes) का बिखराव नहीं चाहते हैं। हाल ही में सिद्ध ने आवाज-ए-पंजाब मोर्चे को लॉन्च किया था। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले पार्टी बनाने के लिए बहुत कम समय है। लेकिन वह पंजाब की भलाई के लिए गठबंधन करने के लिए तैयार हैं।
सिद्धू ने बुधवार को कहा कि पंजाब की भलाई के लिए हमारा मोर्चा गठबंधन करने के लिए तैयार है। उम्मीद करते हैं कि पंजाब, पंजाबियत और हर पंजाबी जीते। उन्होंने कहा किसी भी नई पार्टी को खड़ा करके उसे राज्य में चुनाव के लिए तैयार करने और जीतने में कम से कम दो साल लगते हैं, इस लिहाज से तीन महीने बहुत कम समय है। फायदे और नुकसान के बारे में सोच विचार कर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं। हम पंजाब के लोगों को भ्रमित नहीं करना चाहते हैं। हम नहीं चाहते हैं कि सत्ता विरोधी वोट बैंकों का बिखराव हो, जिसका सीधा फायदा बादल और अमरिंदर को मिले जो पिछले 15 साल से पंजाब को लूट रहे हैं।
गौरतलब है कि क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने 14 सितंबर को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। नवजोत सिंह सिद्ध ने विधायक और हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह और लुधियाना के विधायक भाइयों सिमरजीत बैंस और बलविंदर बैंस के साथ मिलकर एक पब्लिक मीटिंग में आवाज-ए-पंजाब मोर्चे की घोषणा की थी। इससे पहले तक उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आप संयोजक केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। सिद्ध ने कहा था कि जब मैं उनसे मुलाकात करने गया तो उनसे कहा कि मैं 60 साल की पार्टी और 12 साल की सेवा छोड़कर आपके पास पंजाब के लिए आया हूं। बताईए क्या करना है। तो उन्होंने कहा कि आप चुनाव मत लड़िए, अपनी पत्नी को चुनाव में खड़ा कर दीजिए। हम उन्हें मंत्री बना देंगे। लेकिन उसके बाद मैंने कहा ‘सतश्री अकाल’।’ साथ ही सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि आपको (केजरीवाल) ‘यस मैन’ चाहिएं।

