खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। अब उसने अपना एक रिकार्डेड वीडियो जारी किया है। वीडियो में अमृतपाल पंजाबी भाषा में सिख समुदाय के लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहा है। वीडियो में अमृतपाल कहता है, “मैं सिख संतों से अपील करता हूं… जितने भी सिख संत देश-विदेश में बैठे हैं… बैसाखी पर होने वाले सरबत खालसा में वहां कौम के मसले की बात हो। बहुत लंबे समय से हमारी कौम छोटे-छोटे मोर्चे लगाकर उलझ रही है। हमें पंजाब के मसले हल करवाने हैं।”
40 मिनट के इस वीडियो में अमृतपाल सिंह ने कहा कि उसके खिलाफ सरकार की कार्रवाई उसकी गिरफ्तारी के लिए नहीं बल्कि सिख समुदाय पर हमला थी। वीडियो में उसने यह भी कहा कि अगर सरकार उसे गिरफ्तार करना चाहती तो वह उसे घर से गिरफ्तार कर सकती थी। यह कहते हुए कि कोई उसे नुकसान नहीं पहुंचा सकता, अमृतपाल ने कहा कि उसे गिरफ्तार होने का डर नहीं है।
वीडियो में अमृतपाल सिंह ने कहा, “मैं सारे सिखों से अपील करता हूं कि वो जहां-जहां भी मौजूद हैं, वो वैशाखी पर होने वाले सरबत खालसा में हिस्सा लेकर कौम के मुद्दों पर चर्चा करें। हमारे साथ हुकूमत ने जो ज्यादती की है उस पर वो बोलें। हमारे साथियों को जिस तरह से पकड़ा गया है उससे हम हताश नहीं हैं। हमें पता है कि ऐसा कुछ होना ही था।”
अमृतपाल ने आगे कहा, “मेरे साथियों को असम भी गिरफ्तार करके भेजा गया है। वो सारी सिख कौम को अलग-थलग कर रहे हैं। जत्थेदार साहेब ने कहा है कि वो गांवों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। सरकारों ने लोगों के मन में जो भय खड़ा किया है उसे तोड़ने के लिए जरूरी है कि जत्थेदार खुद आगे आकर आंदोलन की अगुवाई करें। उसका कहना है कि पंजाब की जवानी को बचाना है तो सभी को आगे आना होगा। जहां तक मेरी गिरफ्तारी की बात है तो वो सच्चे पातशाह (भगवान) के हाथ है।”