साल 2022 के पहले सौ दिनों में पंजाब बेहाल हो रहा है। आलम ये है कि अब तक 158 हत्या की वारदातें हो चुकी हैं। पुलिस को समझ नहीं आ रहा कि वो क्या करे। विपक्षी दल सरकार पर लगातार हमलावर हैं। हालांकि सीएम भगवंत मान ने पंजाबियों को आश्वस्त किया है कि वो सब ठीक कर देंगे।
द हिंदू की खबर के मुताबिक पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने सोमवार को कहा कि प्रदेश में इस साल के पहले सौ दिनों में 158 हत्याएं हुई हैं। औसत हर महीने 50 हत्याएं हुई हैं। उन्होंने हालांकि पिछले दो वर्षों के आंकड़े देते हुए उन्होंने पुलिस का बचाव करने की कोशिश की। उनका कहना था कि पहले से हत्या के मामलों में कमी आई है। उन्होंने बताया कि पिछले साल 724 हत्याएं हुईं। हर महीने हत्या की 60 से ज्यादा वारदातें हुई थीं। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व 2020 में 757 हत्याएं हुई थीं।
भावरा ने कहा कि ये कहना ठीक नहीं होगा कि इस साल में हत्या की वारदातें बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि मामूली ही सही लेकिन कमी आई है। इसके साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि पुलिस के लिए यह कोई खुश होने वाली बात नहीं है। उन्होंने बताया कि 158 में से छह मामले गैंगस्टरों से संबंधित हैं।
उधर, पंजाब में चुनाव-पूर्व वादों को पूरा करने को लेकर विपक्ष के भारी दबाव के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कुछ समय की मांग की। भगवंत ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि पंजाबियो थोड़ा समय दो। उन्होंने लिखा है कि थोड़ा धैर्य रखें। ऐसी एक भी चीज नहीं है, जो मुझे याद नहीं। उनकी बातों से लग रहा है कि मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के चुनावी वादों के बारे में कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब को जीवंत पंजाब बनाने में जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। मान ने लोगों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याएं सुलझाई जाएंगी, लेकिन इसमें कुछ समय लगेगा। ध्यान रहे कि आप हाल में हुए असेंबली चुनाव में 92 सीटें जीतकर सत्ता में आई है। पार्टी ने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली और महिलाओं के लिए प्रतिमाह 1000 रुपये देने समेत कई वादे किए थे। वादे तो पूरे नहीं हुए अलबत्ता कानून व्यवस्था की दिवाला निकला हुआ है। विपक्षी सरकार पर हमलावर हैं।