पंजाब के फरीदकोट के एक गुरुद्वारे में झड़प का मामला सामने आया है। यहां गुरुद्वारा में अध्यक्ष पद को लेकर दो गुटों के बीच तलवारें चल गईं और मारपीट हुई। इस हमले में दो लोग घायल हुए हैं। घटना जर्मन कॉलोनी की है।

पंजाब के फरीदकोट में एक गुरद्वारे का प्रंबधन करने वाली समिति में नेतृत्व को लेकर दो गुटों के बीच झड़प हो गयी। दोनों गुटों के बीच विवाद इस कदर बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर कृपाण से हमला कर दिया। पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार गुरद्वारा परिसर में झड़प के दौरान दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए। घटना पर संज्ञान लेते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ने शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक समिति को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।

झड़प में दो लोग घायल: जानकारी के मुताबिक, झड़प में दो लोग घायल हुए हैं। घटना उस वक्त हुई जब गुरुद्वारा के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर चर्चा चल रही थी। इसी दौरान मौजूदा कमेटी के सदस्यों और गुरुद्वारा साहिब की पूर्व कमेटी के बीच विवाद हो गया। पंजाब पुलिस ने फरीदकोट गुरुद्वारा साहिब झड़प मामले में 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है।

घटना में घायल लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुद्वारा के मौजूदा कमेटी के प्रधान जसवंत सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधान ने गुरुद्वारा साहिब के फंड में हेरफेर की थी। इसे लेकर जब सवाल-जवाब किया गया तो विवाद हो गया। उन्होंने कहा कि मुझे जान से मारने की कोशिश की गई।

धार्मिक समागम के दौरान झड़प: जसवंत सिंह ने बताया कि आरोपी पक्ष हंगामा करने की ठानकर ही आया था। श्री गुरुग्रंथ साहिब की हजूरी में चल रहे धार्मिक समागम के दौरान झड़प हुई है। श्रीगुरुग्रंथ साहिब के आगे रखे धार्मिक शस्त्र को उठाकर हम पर हमला किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी मुझ पर कई बार हमला किया गया था और आज संगत के बीच मुझे मारने की कोशिश की। कुछ लोग मुझे बचाने आए, जिन्हें चोट लगी है। वहीं, दूसरी ओर गुरद्वारा समिति के पूर्व अध्यक्ष हरबंस सिंह ने आरोप से इनकार किया और कहा कि उन पर हथियारों से वार किया गया।