पंजाब में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में एक जून को वोट डाले जाएंगे। इस समय राज्य में सियासी दलों के प्रचार की वजह से सियासी पारा बढ़ा हुआ है। पंजाब में चुनाव प्रचार पर किसान आंदोलन का असर भी देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर किसान आंदोलनकारियों के गुस्से का सामना सियासी दलों के प्रत्याशियों को करना पड़ा है।
शनिवार को पटियाला में एक ऐसा ही वाक्या उस समय हुई जब राजपुरा के सेहरा इलाके में प्रचार के लिए पहुंचीं बीजेपी प्रत्याशी परनीत कौर के विरोध में एक किसान संगठन से जुड़े कुछ लोग विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसी दौरान सुरिंदर पाल सिंह नाम के एक 45 वर्षीय प्रदर्शनकारी किसान बेहोश होकर जमीन गिर पड़े। किसान नेता तेजवीर सिंह ने बताया कि घटना के समय पुलिस मौके पर मौजूद थी।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर बताया कि परनीत कौर के प्रचार कार्यक्रम के दौरान एक किसान ने उस समय अपने प्राण गंवा दिए जब आम आदमी पार्टी की पुलिस बीजेपी नेता परनीत कौर के इशारे पर प्रदर्शनकारियों को दूर भगा रही थी।
परनीत कौर की टीम ने जारी किया वीडियो
हालांकि बाद में परनीत कौर की टीम ने एक वीडियो रिलीज किया जिसमें किसान प्रोटेस्ट साइट के पास खड़ा नजर आ रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि परनीत कौर की कार रोकी जाती है और प्रदर्शनकारियों के साथ सुरिंदर पाल सिंह भी विरोध कर रहे हैं। वीडियो में पुलिस प्रदर्शनकारियों से प्रत्याशी की कार न रोकने के लिए कहती नजर आ रही है। इसी दौरान अचानक से सुरिंदर पाल सिंह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ते हैं।
इसके तुरंत बाद उन्हें अस्पताल ले जाया जाता है, जहां उन्हें डॉक्टर मृत घोषित कर देते हैं। इस घटना के बारे में परनीत कौर की तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया है।किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के चीफ सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि वो घटनास्थल पर गए थे और डिटेल्स पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
आपको बता दें कि पंजाब में बीजेपी के नेताओं को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। परनीत कौर का किसान संगठन पहले भी विरोध कर चुके हैं। फरीदकोट में बीजेपी के प्रत्याशी हंसराज हंस भी कई बार किसानों के विरोध का सामने कर चुके हैं।