Punjab Hooch Tragedy: पंजाब में हाहाकार मचा हुआ है। जहरीली शराब से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। यह मौतें अमृतसर क्षेत्र के मजीठा हलके में हुई हैं। इन मौतों को लेकर राज्य की भगवंत मान सरकार विपक्ष के निशाने पर है। पुलिस इस मामले में दोषियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है और कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

ऐसे वक्त में पंजाब की भगवंत मान सरकार की एक ही योजना का जिक्र फिर से हो रहा है। भगवंत मान सरकार ने दो साल पहले कहा था कि वह राज्य में 25 से 40 रुपये पाउच के हिसाब से शराब बेचेगी। इन पाउच में हल्के किस्म की शराब होगी।

इनफ्लुएंसर ने गंजापन दूर करने का किया दावा, बीमार पड़ गए लोग

डिस्टलरी से कहा था- शराब के पाउच तैयार करें

सरकार ने कहा था कि इन पाउच में 40% अल्कोहल वाली देसी शराब होगी। राज्य सरकार ने डिस्टलरी से कहा था कि वह बोतल के बजाय इस तरह की शराब के पाउच तैयार करे लेकिन 2 साल से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी इस पर काम शुरू नहीं हो पाया। अमृतसर में जहरीली शराब से मौतें होने के बाद इस योजना की फिर से चर्चा हो रही है।

इस मामले में पंजाब सरकार के एक अफसर ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हल्की शराब 2022-23 की एक्साइज पॉलिसी का हिस्सा थी लेकिन डिस्टलरी ने इस मामले में जरूरी सहयोग नहीं किया। डिस्टलरी हल्की शराब की थैलियों की कीमत को तय नहीं कर पाए।”

‘मनरेगा की लिस्ट में सिर्फ दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग के लोग…’

उन्होंने कहा कि यह अवैध नकली शराब की तुलना में ज्यादा सेफ होती और हमने फिर से इस मुद्दे को डिस्टलरी के सामने उठाया है और हल्की शराब के पाउच तैयार करने को कहा है।

पाउच में मिलने वाली शराब को लोग खरीदने के लिए तैयार हैं क्योंकि यह बोतलों के मुकाबले सस्ती पड़ती है। सरकार का कहना था कि हल्के शराब के पाउच एक बेहतर विकल्प होंगे और डिस्टलरी में जो शराब के पाउच तैयार किए जाएंगे उनमें पीने वाले पानी का इस्तेमाल होगा।

यह भी पढ़ें- ‘पाकिस्तान डरे हुए कुत्ते की तरह टांगों के बीच दुम दबाकर सीजफायर के लिए भागा…’