घर में जश्न का माहौल था। बेटी के बर्थडे पर सभी लोग खुश थे। खुशी-खुशी बर्थडे का केक कटा गया और सभी ने केक खाया, गुब्बारे फूटे और बजीं तालियां… लेकिन जिस बच्ची ने अपने जन्मदिन का केक काटा था, उसकी तबीयत खराब हो गई और ऐसी खराब हुई कि 1 दिन बाद ही उसकी जान चली गई। यह घटना पंजाब के पटियाला की है, जिसने सभी को हिलाकर रख दिया है।

दरअसल, पटियाला में मानवी नाम की एक 10 वर्षीय बच्ची के जन्मदिन पर ऑनलाइन केक मंगाया गया। केक खाने के एक दिन बाद उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को कहा कि लड़की के परिवार के सदस्यों की शिकायत पर आईपीसी की धारा 273 और 304-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।

बच्ची की मौत से गमगीन परिजनों का आरोप है कि जन्मदिन का केक खाने के बाद लड़की की मौत हो गई है। केक खा कर परिवार के अन्य सदस्य भी बीमार पड़ गए थे, जिसके चलते सभी केक बनाने वाले बेकरी शॉप के ओनर पर भड़के हुए हैं। बच्ची के निधन की असल वजह जानने के लिए पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

बेकरी मालिक पर दर्ज हुआ केस

बता दें कि बेकरी के मालिक के खिलाफ ‘लापरवाही से मौत का कारण बनने और विषाक्त भोजन सप्लाई करने’ के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। बच्ची के जन्मदिन समारोह के लिए 24 मार्च को केक ऑनलाइन ऑर्डर किया गया था। परिवार के सदस्यों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें प्रारंभिक उपचार मिला, लेकिन 10 वर्षीय लड़की को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

बच्ची का नाम मानवी बताया जा रहा है। पोती के निधन पर मानवी के दादा ने बताया कि 24 मार्च को शाम करीब छह बजे ऑनलाइन केक ऑर्डर किया था। उन्होंने कहा कि रात करीब 11 बजे पूरा परिवार बीमार पड़ गया। उस वक्त घर पर पांच लोग थे. सबसे छोटी बेटी की जान बच गई क्योंकि उसने केक उल्टी कर दी थी, लेकिन हमने दूसरी लड़की को खो दिया।

क्या फर्जी दुकान से आया केक?

उन्होंने बताया कि केक लड़की की मां काजल ने ऑर्डर किया था। बिल की कॉपी में पटियाला में पंजीकृत ‘केक कान्हा’ के जिस पते का उल्लेख है वहां इस नाम की कोई दुकान नहीं है।

वहीं इस मामले में पुलिस को शक है कि बेकरी क्लाउड किचन है। इसके अतिरिक्त, ज़ोमैटो के एक अन्य रसीद चालान में बिलिंग अमृतसर से की गई है, न कि पटियाला से, जो कि नए सवाल खड़े कर रही है।