शनिवार को अचानक हुई भारी बारिश की वजह से पुणे रेलवे स्टेशन पर बाढ़ जैसे हालात हो गए। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर मौजूद यात्री अपना सामान बचाने के लिए प्रयास करते नजर आए। इस बारिश की वजह से पुणे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 4 की छत से लीकेज के साथ ही पोर्टिको और सामने के यार्ड में पानी भर गया। पुणे रेलवे स्टेशन पर बारिश की वजह से हुए जल-जमाव के कारण हुई परेशानियों को लोगों ने सोशल मीडिया पर तस्वीरों और वीडियो के जरिए शेयर किया।
जोनल रेलवे यूजर्स कंसलटिव कमेटी के मेंबर विकास देशपांडे ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि प्लेटफॉर्म पर पानी जमा हो रहा है, जिस वजह से यह स्लिपरी हो गया है। यह पैसेंजर्स के लिए खतरा पैदा कर रहा है, खासकर बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को। उन्होंने बताया कि यात्रियों को सूखा स्थान नहीं मिल रहा है, जिस वजह से कई जगहों पर भीड़ जमा हो गई है। कई यात्रियों ने डिमांड की है कि तुरंत रिपेयर का काम किया जाए ताकि भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी या दुर्घटना से बचा जा सके।
ऑटो चलाने वाले सतीश घाडगे ने बताया कि पानी भरने की वजह से कई पैसेंजर्स को स्टेशन आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि रविवार को कुछ पानी निकाला गया है लेकिन अगर फिर बारिश हुई तो क्या होगा?
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यात्रियों को हुई असुविधा पर रेलवे ने क्या कहा?
डीआरएम इंदू दुबे ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि स्टेशन का अम्ब्रेला गेट एरिया आसपास की सड़कों की अपेक्षा में थोड़ा तिरछा है। इसी वजह से पानी बहता है। हालांकि समस्या सामने आते ही हमारे कर्मचारियों ने रास्ते को साफ़ किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में जलभराव की समस्या से बचने के लिए रेलवे ने 120 मीटर लंबी और 1.2 मीटर व्यास वाली पाइपलाइन को मंजूरी दी है। इस पाइपलाइन को माइक्रो-टनलिंग तकनीक के जरिए स्टेशन और यार्ड के नीचे बिछाया जाएगा।
जब उनसे प्लेटफॉर्म नबंर चार पर छत लीकेज को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यात्री प्लेटफॉर्म की छत पर कूड़ा और प्लास्टिक की बोतलें फेंकते हैं। भारी बारिश में इसी कचरे की वजह से प्लेटफॉर्म की छत पर पानी रुका, जिस वजह से वह ओवर फ्लो होकर प्लेटफॉर्म एरिया पर आया। उन्होंने कहा कि पानी ओवर फ्लो होते ही रेलवे स्टाप ने कूड़ा हटाया, जिसके बाद से पानी गिरना बंद हो गया।