जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए। इस हमले ने पूरे देश को एक ही वक्त पर दुखी और आक्रोशित किया। बृहस्पतिवार को हुए इस हमले के बाद शहीदों के पार्थिव शरीर उनके घर भेजे गए। हमले में शहीद हुए जवानों के शरीर के हाल ऐसे थे कि उन्हें बयां कर पाना मुमकिन हीं नहीं। हमले के तुरंत बाद आई तस्वीरें इसकी गवाही देती हैं

बेहाल थे जवानों के पार्थिव शरीर: करीब 350 किलोग्राम आईडी (IED) की मदद से हुए धमाके ने जवानों के शरीर के बुरे हाल कर दिए। शवों को देखकर उनकी पहचान करना सीआरपीएफ के लिए बेहद मुश्किल था। कहीं किसी का हाथ पड़ा था तो कहीं किसी का पैर। आईडी धमाके ने शरीर के बुरे हाल कर दिए थे। जवानों के बैग कीं गिरे थे तो उनकी टोपियां कहीं और। हमला इतना भयानक था कि पूरा इलाका वॉर जोन लग रहा था।

कैसे की गई पहचान: शरीर के इन अवशेष और सामानों को इकट्ठा करने के बाद इनकी पहचान का काम शुरू किया गया। आज तक कि रिपोर्ट के मुताबिक पहचान के लिए जवानों के आधार कार्ड, आईडी कार्ड और अन्य वस्तुओं का इस्तेमाल किया गया। कुछ जवानों की पहचान उनके गले में लटके आईडी कार्ड से हुई। वहीं कुछ जवान घर जाने के लिए छुट्टी का आवेदन लेकर लिखकर लाए थे जो उनके जेब में रखे थे, जिससे उनकी पहचान हो सकी।

तस्वीरों को हुआ इस्तेमाल: दरअसल कई जवान जिनके चेहरे पर चोट थी उनके पहचाने के लिए उनकी फोटो का भी इस्तेमाल किया गया। वहीं कुछ जवानों को उनके बटुए (जिसमें कोई भी डॉक्यूमेंट रहा हो) या घड़ी आदि से भी पहचाना गया। हालांकि इन सबके बाद भी कई जवानों के शव पहचानने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।