उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला में बुधवार दोपहर को जमकर बवाल हुआ। मेरठ के सदर थाना क्षेत्र के भूसा मंडी में अतिक्रमण हटाने को लेकर एक समुदाय के लोग उग्र हो गए जिसके बाद वहां भारी अराजकता फैल गई। इस दौरान करीब 200 झुग्गियां जलकर खाक हो गईं। झुग्गियों में रखे गए सिलेंडर भी आग के चपेट में आ गए जिसके बाद आग और भयावह हो गई और इसके चपेट में धर्मस्थल भी आ गया। उग्र भीड़ ने दिल्ली रूट की बसों और निजी वाहनों में भी तोड़फोड़ की। हालांकि लोगों के समय बरतने से यह घटना शांत हुई लेकिन कहा जा रहा है कि दंगा भड़काने और माहौल को सांप्रयदायिक रंग देने की पूरी साजिश रची गई थी।

एसएसपी नितिन तिवारी के अनुसार कैंट बोर्ड की टीम और सदर थाना पुलिस भूसा मंडी में रईसू का अवैध रूप से बनाया गया मकान तोड़ने गई थी। इस दौरान एक दर्जन महिलाओं ने पुलिस की टीम का विरोध किया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को चोट भी आई। पुलिसकर्मा सतेंद्र कुमार से भीड़ ने वायरलेस सेट, मोबाइल और असलहा छीन लिया। वहीं, भीड़ ने अधिकारियों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में बस्ती में आग लगाने का आरोप लगाया है।डीएम अनिल ढींगरा का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है। पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी।जांच के आदेश दिए गए हैं।

सड़क पर उतरे बवाली: अतिक्रमण के बाद संवेदनशील माहौल का फायदा उठाते हुए सड़क पर उतर आए ।इस दौरान उन्हें दिल्ली रोड पर गाड़ियों में तोड़-फोड़ की और  महिलाओं के साथ अभद्रता भी की। इस दौरान लोगों के कार तक पलट दी गई। इस बवाल के दौरान कई लोगों को चोट आई है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए आस-पास के इलाकों से पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।मामले को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए कुछ देर के लिए इंटरनेट सेवाएं भी रोक रखी थी।