2008-12 के दौरान उत्तर प्रदेश में बसपा शासनकाल के दौरान भी जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाए जाने की योजना थी। इस दौरान नोएडा, ग्रेनो के तत्कालीन सीईओ/अध्यक्ष रहे सरदार मोहिंदर सिंह एक बात कहते थे, यदि जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बन गया, तो इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था देश में सबसे तेज बढ़ने वाली साबित होगी। अब करीब दस साल बाद उनकी कही हुई बात यहां के रियल एस्टेट और प्रापर्टी कारोबार के लिए पूरी तरह से सच साबित हो रही है।
लंबे समय से मंदी की मार झेल रहे प्रापर्टी और रियल एस्टेट कारोबार के लिए यह साल बेहतरीन साबित हुआ। 2024 में नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद लिए यूपी के सर्वाधिक विकसित शहर नोएडा, ग्रेनो और नया कीर्तिमान तय करने की तैयारी में जुटे यीडा में मांग कई गुना बढ़ने का विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं। जानकारों के मुताबिक इस साल के शुरुआती नौ महीने में घरों की बिक्री अब तक के उच्चतम स्तर पर रही।
ब्याज दरों और आवासीय कीमत, दोनों के बढ़ोतरी के बावजूद दिल्ली एनसीआर समेत शीर्ष सात शहरों में तीन लाख 49 हजार मकान बिक चुके हैं। जो 2022 में कुल दर्ज की गई बिक्री का 96 फीसद है। बताया जा रहा है कि इनमें से करीब एक लाख घर/ फ्लैट दिल्ली एनसीआर में बिके हैं। इस आंकड़े के आधार पर हर दिन 273 मकान बिके हैं। इनमें 84 हजार 400 इकाई महंगी (लग्जरी) श्रेणी में थी। जिनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपए या इससे से अधिक थी। इस श्रेणी में 115 फीसद की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। इसमें सबसे ज्यादा बिक्री नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में दर्ज गई है।
भवन निर्माताओं की संस्था क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष और गौड़ समूह के मुख्य प्रबंध निदेशक मनोज गौड़ के मुताबिक 2022 से रियल एस्टेट क्षेत्र में जो तेजी शुरू हुई, उसने इस साल नई ऊंचाइयों को छूआ है। आने वाले साल में इसके और ज्यादा ऊपर जाने की उम्मीद है। यह तेजी दिल्ली एनसीआर में नहीं बल्कि पूरे देश में देखी गई है। जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को लेकर नोएडा- ग्रेनो और यीडा, तीनों जगह प्रापर्टी की जबरदस्त मांग है। अन्य राज्यों और विदेश तक से लोग यहां निवेश कर रहे हैं। लोग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के महत्व को समझ रहे हैं।