राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार (16 मार्च) को पद्म अवॉर्ड के लिए चुनी गईं हस्तियों को सम्मानित किया। इस वर्ष 112 हस्तियों को पद्म अवॉर्ड से सम्मानित किया गया जिनमें एक नाम डी प्रकाश राव का था। डी प्रकाश राव ओडिशा के कटक के रहने वाले हैं। राव पिछले कई सालों से चाय बेच रहे हैं। खास बात ये है कि दिनभर वो चाय बेचकर जो भी पैसा कमाते हैं उसका एक बड़ा हिस्सा गरीब बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करते हैं। प्रकाश राव अपनी आमदनी से 70 गरीब बच्चों की शिक्षा पर खर्च उठाते हैं।

समाजसेवा की बेहतरीन मिसाल हैं रावः कटक के बख्शी बाजार की झुग्गियों में चाय की दुकान चलाने वाले राव बताते हैं कि इसकी शुरुआत उन्होंने अकेले की थी लेकिन बाद में कुछ अन्य लोग भी इस काम में जुड़ गए जो अब उनकी इस काम में मदद करते हैं। वे स्कूल के बच्चों के लिए फल और दूध की व्यवस्था करते हैं साथ ही उन्हें पढ़ाते भी हैं। यही नहीं प्रकाश अभी तक 200 से अधिक बार रक्तदान भी कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री ने भी थी तारीफः लोअर टॉर्सो पैरालाइसिस नाम की बीमारी से पीड़ित प्रकाश राव बहुत छोटी उम्र से ही काम करने लगे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी 27 मई 2018 को मन की बात रेडियो कार्यक्रम में उनकी तारीफ की थी। मोदी ने कहा था कि राव हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं।

पिता की बीमारी के चलते छोड़ी पढ़ाईः राव बताते हैं कि वे पढ़ाई में बहुत होशियार थे लेकिन पिता की बीमारी के चलते उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी और अपने पिता की चाय की दुकान संभाली। इसके अलावा सन 2000 में उन्होंने गरीब बच्चों के लिए स्कूल खोला और आसपास की झुग्गियों में रहने वाले बच्चों को मुफ्त पढ़ाया जाता है।