मध्य प्रदेश के जबलपुर से पुलिसकर्मियों की बहादुरी का वीडियो सामने आया है, जिसकी तारीफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी की है। दरअसल, मंगलवार को जबलपुर से 35 किमी दूर घुघरी गांव के पास लोडिंग वाहन खाई में पलट गया था। इसमें 36 मजदूर सवार थे। 27 बुरी तरह घायल हो गए। घायलों में 12 वर्ष से लेकर 60 वर्ष तक के लोग शामिल थे। सभी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचाया जाना था, लेकिन स्ट्रेचर कम पड़ गए। ऐसे में चरगवां थाने के एएसआई संतोष सेन ने हिम्मत दिखाते हुए घायलो को कंधे पर उठाकर मेडिकल कॉलेज की कैजुअल्टी तक पहुंचाया। साथी पुलिसकर्मियों ने भी उनका पूरा साथ दिया और अन्य घायलों को गोद में उठाकर अस्पताल पहुंचाया।
चौंकाने वाली बात यह है कि सेन की उम्र 57 वर्ष है, 2006 में एक बड़े हादसे का शिकार होने के बावजूद वह पूरी तरह फिट नजर आते हैं। 14 साल पहले नरसिंहपुर में पवन यादव नाम के गुंडे ने उनके दाहिने कंधे पर गोली मार दी थी। इसके चलते उनका दाहिना हाथ ठीक तरह से काम तक नहीं करता। पर उनकी इस बहादुरी का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिय यूजर्स ने उन्हें सलाम किया है।
2006 में बदमाश के साथ मुठभेड़ में गोली लगने से एक हाथ ढंग से काम नहीं करता, फिर भी जबलपुर में सड़क हादसे में घायल मज़दूरों को कंधे पर लादकर अस्पताल तक दौड़े 57 साल के एएसआई संतोष सेन @ndtv @ndtvindia @vinodkapri @ipskabra pic.twitter.com/VkaWMSASR5
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) November 18, 2020
एएसआई सेन के इस जज्बे को पहचानने वालों में सोशल मीडिया के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल रहे। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से घटना का जिक्र करते हुए लिखा, “एएसआई संतोष सेन पर पूरे मध्यप्रदेश को गर्व है! संतोष जी युवा पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके जैसे लोग समाज को दिशा दिखाने का कार्य करते हैं। मैं उनके जज़्बे को प्रणाम करता हूं, उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और हार्दिक अभिनंदन करता हूं।”
जबलपुर रेंज के आईजी भगवत सिंह चौहान ने बुधवार को एएसआई संतोष सेन सहित पांचों पुलिस कर्मियों को प्रशंसा पत्र देते हुए एक-एक हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया। इससे पहले जबलपुर के एसपी ने भी सभी पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया था।