रामनवमी पर गुजरात के वडोदरा में हुई हिंसा के 10 दिन बाद कुछ पुलिसकर्मी रविवार को एक इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। इलाके के एक पुलिस स्टेशन के 6 पुलिसकर्मियों ने लोगों को संप्रदायिक सौहार्द का संदेश देने के मकसद से इफ्तार पार्टी में हिस्सा लिया।
ये पुलिसकर्मी नवापुरा पुलिस स्टेशन पर तैनात हैं। पार्टी का आयोजन खाकीवाड़ में किया गया था, जो नवापुरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है। इसी इलाके में 30 मार्च को रामनवमी के जुलूस के दौरान झड़प हुई थी। रविवार को पुलिस स्टेशन की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर नवापुरा पुलिस स्टेशन के निरीक्षक अन्य कर्मचारियों के साथ खाकीवाड़ क्षेत्र में इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। इसमें आगे कहा गया कि इफ्तार पार्टी में समुदाय के नेताओं के साथ-साथ मौलवी भी मौजूद थे। बयान में कहा गया कि रमजान के पवित्र महीने में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव होना चाहिए।
खटकीवाड़ मांस की दुकानों वाला एक क्षेत्र है, जहां गुजरात हाई कोर्ट द्वारा निर्देशित स्वच्छता मानकों को सुनिश्चित करने के लिए वड़ोदरा नगर निगम (वीएमसी) ने जनवरी में एक अभियान शुरू किया था। रविवार को इफ्तार में इंस्पेक्टर एचएल अहीर, सहायक उप-निरीक्षक पुरुषोत्तम रणछोड़भाई, कांस्टेबल भूपेंद्रसिंह बलवंतसिंह और जगदीश खिमजीभाई, और लोक रक्षक दल के कार्यकर्ता सुनील कामजीभाई और मत्रा देवाभाई शामिल थे।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्पेक्टर अहीर ने बताया, “हमें आयोजकों से निमंत्रण मिला और हम अपने वरिष्ठ अधिकारियों से हरी झंडी मिलने के बाद इफ्तार पार्टी में शामिल हुए… समुदाय और पुलिस के बीच मेल-जोल बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है। हमने यह संदेश दिया कि सांप्रदायिक सद्भाव महत्वपूर्ण है और पुलिस यहां समाज की रक्षा के लिए है … हमने उनके पवित्र महीने के लिए शुभकामनाएं भी दीं।”
वडोदरा के ज्वॉइंट पुलिस कमीश्नर ने कहा कि विभिन्न समुदायों के समाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से समुदायों के बीच तनाव और दूरियों को कम करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने आगे कहा, “कई लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं कि पुलिस को ऐसे कार्यक्रमों में क्यों जाना चाहिए, जबकि इनमें शामिल होने वाले कई लोग पत्थरबाजी जैसी घटनाओं में आरोपी हैं, लेकिन यह क्षेत्र के प्रभारी पुलिस अधिकारी का विशेषाधिकार है। अगर उन्हें लगता है कि स्थानीय समुदायों के किसी कार्यक्रम में भाग लेकर वह अपनी जिम्मेदारी बेहतर ढंग से निभा सकते हैं, तो इस फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए… साथ ही, नवापुरा एक शांतिपूर्ण पुलिस अधिकार क्षेत्र है। वहीं, समुदाय के सदस्यों ने कहा कि पुलिस कर्मियों को सद्भाव को बढ़ावा देने के मकसद से इफ्तार पार्टी में आमंत्रित किया गया था।
30 मार्च को नगर थाना अंतर्गत हाथीखाना-कुंभरवाड़ा इलाके में रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव की घटना के बाद हिंसक घटनाएं हुई थीं। पुलिस ने अब तक हिंसा के सिलसिले में 500 लोगों का नाम दर्ज किया है। उन्होंने दोनों समुदायों के 48 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।