गोविंदपुरी इलाके में एक व्यक्ति ने पत्नी और बेटी को जहर देने के बाद खुद भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि, व्यक्ति ने तीन साल के बेटे को जहर नहीं दिया था। व्यक्ति की पहचान 35 साल के विक्की के रूप में हुई है। वहीं, उसकी पत्नी का नाम ललिता (30) और रांची (6) थी। मौके पर पहुंची पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस कारण आत्महत्या के सही कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस को प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि व्यक्ति के उसके पिता से प्रौपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। इस वजह से उसने यह कदम उठाया होगा। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल पुलिस इस मामले की सभी दृष्टिकोण से छानबीन कर रही है।

दक्षिणी पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल के अनुसार विक्की अपने परिवार के साथ गोविंदपुरी मकान नंबर 517 में रहता था। इसी मकान में दूसरे मंजिल पर उसके पिता रहते हैं। वह प्रथम मंजिल पर रहता था। विक्की का अंडे का थोक का कारोबार था। शनिवार सुबह विक्की के पिता किशोरी लाल ने पुलिस को फोन कर बताया कि उनके बेटा, बहू और पोती घर में बेहोश पड़े हैं। आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस विक्की और उसके पत्नी को पास के अस्पताल लेकर पहुंची, जबकि बच्ची को उसका चाचा एम्स लेकर पहुंचा। अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, इलाज के दौरान बच्ची की भी एम्स में मौत हो गई।

पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन प्रारंभिक छानबीन में पुलिस को पता चला है कि विक्की का उसके पिता के साथ प्रौपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। बीते साल 2 जनवरी 2017 को दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बुजुर्ग सेल में किशोरी लाल ने अपने बेटे के खिलाफ शिकायत दी थी। बाद में पुलिस ने विक्की को समझाया था, जिसके बाद से मामला शांत हो गया था। पीड़ित परिवार के जानकारों का कहना है कि विक्की का एक तीन साल का बेटा भी है, जो जीवत है। उनकी मांग है कि इस मामले की सही तरीके से छानबीन होना चाहिए। आखिर वह कौन सी वजह रही होगी कि विक्की ने पत्नी, बेटी को जहर देने के बाद खुद भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली।